349 प्रशिक्षण शिविर से किसान हुए लाभान्वित

डॉø वाई एस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के विस्तार शिक्षा निदेशालय को राज्य के किसानों की कृषि और बागवानी सबंधित प्रशिक्षण के लिए अग्रणी कार्य करने के लिए जाना जाता रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 06:27 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 06:27 PM (IST)
349 प्रशिक्षण शिविर से किसान हुए लाभान्वित
349 प्रशिक्षण शिविर से किसान हुए लाभान्वित

संवाद सहयोगी, सोलन : डॉ. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के विस्तार शिक्षा निदेशालय को राज्य के किसानों की कृषि और बागवानी सबंधित प्रशिक्षण के लिए अग्रणी कार्य करने के लिए जाना जाता रहा है। इसी दिशा में निदेशालय ने एक साल में 349 प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर कृषक समुदाय तक नई तकनीक और जानकारियां पहुंचाई हैं।

विश्वविद्यालय परिसर में स्थित विस्तार शिक्षा निदेशालय और पांच कृषि विज्ञान केंद्र कंडाघाट, चंबा, रोहडू़, किन्नौर व ताबो ने प्रशिक्षण शिविरो से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में प्रमुख भूमिका निभाई है। पिछले वर्ष निदेशालय ने 54 प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया। इसमें 1443 किसान लाभान्वित हुए। इन्हें फल, सब्जी, मशरूम, फूल उत्पादन तथा मधुमक्खी पालन,औषधीय पौधों की खेती, पोस्ट हार्वेस्ट तकनीक तथा पौध संरक्षण जैसे विषयों पर आधुनिक जानकारी दी गई व कृषि की आय बढ़ाने और प्राकृतिक खेती के बारे में भी अवगत करवाया गया। इसके अतिरिक्त निदेशालय द्वारा 60 एक्सपोजर विजिट भी करवाये गए इसमें 1760 लोगों ने विभिन्न कृषि गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में स्थापित निदेशालय के अधीन आने वाले कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा भी 295 प्रशिक्षण शिविर लगाए गए जिसका फायदा 13080 किसानों को मिला। इन केंद्रों द्वारा 68 एक्सपोजर विजिट भी करवाई गई जिसमें1055 किसानों ने भाग लिया। 14 किसान संगोष्ठियों, 33 वैज्ञानिक किसान-परिचर्चाओं का भी आयोजन किया गया जिसमें 4327 किसान लाभान्वित हुए। इस उपलब्धि के लिए प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. राज कुमार ठाकुर, डॉ. माई चंद, डॉ. सतवीर चौधरी, डॉ. अनिल सूद, डॉ. जतिंद्र चौहान व डॉ. मनिका तोमर और अन्य वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना करते हुए विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. विजय ¨सह ठाकुर ने कहा कि किसानों के कृषि और बागवानी सबंधित आवश्यकताओं पर प्रशिक्षण प्रदान करने का हम निरंतर प्रयत्न करते रहते हैं। उन्होनें बताया कि 2017 में भी 247 प्रशिक्षण शिविर में लगभग 11 हजार किसानों को प्रशिक्षण दिया गया था। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एचसी शर्मा ने विस्तार शिक्षा निदेशालय को बधाई दी। प्रशिक्षण शिविर के अलावा निदेशालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के मेरा गाव मेरा गौरव कार्यक्रम में भी सराहनीय कार्य किया है। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय ने 32 टीमों का गठन किया है जो की विभिन्न गांव में जाकर वहाँ के किसानों को कृषि की बारीकियों के बारे में बताते हैं। इसके अलावा कृषि विज्ञान केंद्र प्रर्दशनियां, फील्ड डे, स्वच्छता पखवाड़ों, पोषाहार सप्ताह, भूमि दिवस इत्यादि का समय समय पर आयोजन करते रहते हैं ताकि प्रदेश के दूर-दराज इलाकों के लोगों को राष्ट्रीय योजनाओं से अवगत करवाया जा सके। इसके अतिरिक्त ऑन फार्म ट्रायल व फ्रंटलाइन प्रदर्शन का भी आयोजन किया जाता है।

chat bot
आपका साथी