केंद्रीय बजट से बीबीएन के उद्योगपतियों में उत्साह
प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक संगठन बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ उद्योग संघ
संतोष कुमार, नालागढ़
प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक संगठन बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ उद्योग संघ (बीबीएनआइए) ने केंद्र सरकार के बजट की सराहना की है। संघ का कहना है कि बजट देश के विकास और आधुनिक भारत के निर्माण करने वाला है। सबसे बड़ी बात यह है कि इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दिया गया है और इसके लिए राज्यों की जिम्मेदारी को भी सुनिश्चित किया गया है। इससे मूलभूत सुविधाओं में और अधिक इजाफा होगा, जो न केवल उद्योग जगत के हित में होगा, बल्कि आम लोगों के लिए लाभदायक होगा।
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आधुनिक भारत बनाने वाला बजट : खुराना
बीबीएन उद्योग संघ के अध्यक्ष संजय खुराना ने कहा कि यह बजट हाई ग्रोथ डेवलपमेंट वाला है। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दिया गया है और इसे फाइनांस करने का प्रावधान रखा है। उद्योगपतियों सहित आम लोग इस बजट में टैक्स की दर बढ़ाने से डरे हुए थे, लेकिन टैक्स में यदि नागरिकों को विशेष राहत नहीं मिली है तो उन पर किसी भी प्रकार का बोझ भी नहीं डाला गया है। कुल मिलाकर केंद्र सरकार का यह बजट आधुनिक भारत बनाने का बजट है। 15 हजार करोड़ से मिलेगी संजीवनी : कंसल
केंद्रीय बजट की लघु उद्योग भारती ने सराहना की है। मध्यम सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों (एमएसएमई) को साढ़े 15 हजार करोड़ देना निश्चित तौर पर बड़ी राहत है। इससे लघु उद्योगों को संजीवनी मिलेगी और आत्मनिर्भर भारत बनेगा। लघु उद्योग भारती के प्रदेश अध्यक्ष राजीव कंसल ने कहा कि बजट में टैक्सटाइल हब के निर्माण से टैक्सटाइल उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जबकि 3500 किलोमीटर हाईवे बनाने से बड़ी राहत मिलेगी। विकट हालात में एक बेहतर बजट : अग्रवाल
कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) ने केंद्रीय बजट में खपत बढ़ाने की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना की है। सीआइआइ का कहना है कि जब खपत बढ़ेगी, तभी उत्पादन अधिक होगा, जिससे उद्योगों को लाभ मिलेगा। सीआइआइ हिमाचल चैप्टर के उपाध्यक्ष शैलेष अग्रवाल ने कहा कि जैसा बजट सोचा था, उसी के अनुरूप बजट पेश किया गया है। आज खपत बढ़ाने की आवश्यकता है। कठिन हालात में यह एक बेहतर बजट है।
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बल्क ड्रग पार्क आया तो दवा उद्योगों को होगा लाभ
बजट को हिमाचल दवा निर्माता संघ (एचडीएमए) ने मिलाजुला बताया है। संघ का कहना है कि पीएलआइ (प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव) स्कीम के तहत 13 सेक्टरों के लिए धन का प्रावधान किया गया है और यदि इसमें बल्क ड्रग पार्क आता है तो कच्चे माल की निर्भरता खत्म हो जाएगी। हिमाचल दवा निर्माता संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि इससे कच्चे माल की निर्भरता समाप्त होगी, वहीं कच्चा माल बनाने वाली कंपनियां भी आकर्षित होंगी।