बेसन की बर्फी जो खाए एक बार..आए यहां बार-बार

हिमाचल की वादियों में सुकून के पल बिताने के लिए यहां आने वाले लोग प्राकृतिक नजारों के साथ-साथ यहां के जायकों का खूब आनंद लेते हैं। कंडाघाट की बेसन बर्फी के कई लोग दीवाने हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 08:54 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 08:56 PM (IST)
बेसन की बर्फी जो खाए एक बार..आए यहां बार-बार
बेसन की बर्फी जो खाए एक बार..आए यहां बार-बार

मनमोहन वशिष्ठ, सोलन

हिमाचल की वादियों में सुकून के पल बिताने के लिए यहां आने वाले लोग प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाने के साथ ही यहां के व्यंजनों का भी आनंद लेते हैं। कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर तरह के व्यंजनों की दुकानें मिल जाएंगी, लेकिन शिमला से करीब 38 किलोमीटर दूर कंडाघाट में एक मिठाई की दुकान पर अक्सर भीड़ रहती है। कंडाघाट स्टेशन पर लक्ष्मणजी स्वीट्स के नाम से मशहूर इस दुकान में बनी बेसन की बर्फी के कई लोग दीवाने हैं। यहां बेसन की बर्फी खरीदने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी रहती है। ग्राहक भी अपनी पसंदीदा बेसन बर्फी के लिए इंतजार करते हैं ताकि वे इसका स्वाद चख सके। यहां बनने वाली बेसन की बर्फी का स्वाद ही इसे अन्य दुकानों से अलग बनाता है। एक बार जो बर्फी खा लेता है वह फिर उसी बर्फी का दीवाना बन जाता है। इसके स्वाद को कैसे इतना मजेदार और बेहतरीन बनाया जाता है इसके बारे में दुकानदार का कहना है कि वह कुछ भी स्पेशल व अलग से नहीं डालते हैं। इसको कई दिनों तक रखा जा सकता है। यह बर्फी दो प्रकार की है। एक है रेगुलर बर्गर व दूसरी दानेदार बर्फी।

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1940 से चल रही है दुकान कंडाघाट शहर में वर्ष 1940 में अपनी स्थापना के बाद से ही यह दुकान गुणवत्ता व स्वादिष्ट मिठाई के लिए मशहूर है। नंद किशोर ने अपने आभूषण के व्यापार के साथ ही इसे शुरू किया था। उनके बेटे लक्ष्मण दास वर्मा ने कारोबार को आगे बढ़ाया। 1978 के आसपास लक्ष्मण दास वर्मा के बेटे अनिल वर्मा इसी व्यवसाय में शामिल हो गए। उन्होंने अपने पिता के नाम पर लक्ष्मणजी स्वीट्स दुकान का नाम कर दिया। अब लोग बेसन की बर्फी के नाम से अधिक जानते हैं।

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कुछ ही घंटों में ही बिकती है किवंटल बर्फी दुकान मालिक के बेटे मनीष ने बताया कि सुबह से ही कारीगरों के साथ बर्फी बनाने के कार्य में जुट जाते है। दुकान सुबह दस बजे खुलती है और तीन बजे तक क्विंटल से अधिक बर्फी बिक जाती है। कई बार लोग लोग सुबह दुकान खुलने का इंतजार करते हैं।

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फेसबुक पेज भी बनाया लक्ष्मणजी स्वीट्स का प्रचार सोशल मीडिया पर भी किया जा रहा है। लक्ष्मण जी स्वीटस नाम का पेज बनाया गया है। फेसबुक व गूगल से लोगों को जोडने के लिए बर्फी की वैरायटी की फोटो सोशल मीडिया पर डाली जाती है। इसमें दुकान की लोकेशन से लेकर अन्य जानकारियां ग्राहकों के लिए मुहैया करवाई गई हैं।

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