सोलन जिले में होगी 37 आइसीयू बिस्तर की व्यवस्था
कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है।
विनोद कुमार, सोलन
कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। इन दिनों विभाग द्वारा जिला व खंडस्तर पर बैठकें करके सभी जरूरी तैयारियां की जा रही हैं। उपायुक्त सोलन द्वारा भी उपमंडल स्तर पर कोविड समीक्षा बैठकों का आयोजन कर दिशानिर्देश दिए जा रहे हैं। हालांकि वर्तमान में जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है।
जिला स्वास्थ्य विभाग की मानें तो तीसरी लहर में बच्चों को अधिक खतरा हो सकता है। इसके लिए जिले के अस्पतालों में 37 आइसीयू बिस्तर की व्यवस्था की जा रही है। क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के शिशु वार्ड में वर्तमान में छह आइसीयू बिस्तर मौजूद हैं, जिसकी क्षमता आने वाले दिनों में 20 तक बढ़ाई जाएगी। ईएसआइ काठा में 10 आइसीयू बिस्तर बनाए जाएंगे। क्षेत्रीय अस्पताल सोलन सहित अन्य स्थानों पर बन रहे आक्सीजन प्लांट के कार्य को भी जल्द पूरा किया जाएगा। कुमारहटटी स्थित एमएमयू अस्पताल में 30 आइसीयू बिस्तर स्थापित किए जाएंगे, जिसमें पांच वेंटीलेटर बेड होंगे। जिले में चार लाख से अधिक लोगों को लग चुकी है वैक्सीन
जिला सोलन में कोविड टीकाकरण अभियान भी तेजी से चलाया जा रहा है। अब तक जिले में चार लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। जिलाभर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 70 से 80 टीकाकरण सेंटर बनाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। खंड स्तर पर बैठकें की जा रही हैं। जिले में बच्चों के लिए 37 आइसीयू बिस्तर की व्यवस्था की जा रही है। एमएमयू में तीस आइसीयू बिस्तर तैयार किए जाएंगे, जिसमें पांच वेंटिलेटर भी शामिल हैं। कोरोना की संभावित तीसरी लहर में छोटे बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने के खतरे को देखते हुए जिला के अस्पतालों में बच्चों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है।
- डा. राजन उप्पल, सीएमओ सोलन।