मई में 134 एमएम बारिश रिकॉर्ड, अधिकतम तापमान पांच डिग्री गिरा
विनोद कुमार सोलन जिला सोलन में बीते दिनों से हो रही बारिश व ओलावृष्टि से जहां फसलों को
विनोद कुमार, सोलन
जिला सोलन में बीते दिनों से हो रही बारिश व ओलावृष्टि से जहां फसलों को नुकसान पहुंचा है, वहीं जिले के तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम में ऐसा परिवर्तन बीते काफी वर्ष बाद देखने को मिला है। इससे पहले मई में वर्ष 2017 में 100.8 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी।
सोलन की बात करें तो लोगों ने ठंड की वजह से अब तक स्वेटर व रजाइयों को पैक नहीं किया है, अभी भी बाजार में लोग स्वेटर पहनकर निकलते हैं। इस वर्ष मई में नवंबर का मौसम देखने को मिल रहा है। मौसम विशेषज्ञ कि मानें तो प्रदेश के उंचाई वाले क्षेत्रों में हो रही ओलावृष्टि व बारिश से निचले क्षेत्रों में भी तापमान में गिरावट आई है। इसका सीधा असर फसल उत्पादन पर पड़ सकता है। विशेषज्ञ का कहना है कि तापमान में कमी से जिले में सब्जियों सहित कई अन्य फसलों की ग्रोथ प्रभावित हो सकती है। सोलन में टमाटर का अधिक उत्पादन होता है, इसके उत्पादन के लिए तापमान अधिक होने की आवश्कता होती है।
वहीं अधिकतम तापमान में बीते वर्ष के मुकाबले चार से पांच डिग्री की कमी देखी गई। मई में अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री सैल्सियस तक रहता है, जबकि इस वर्ष मुश्किल से अधिकतम तापमान 29 डिग्री सैल्सियस तक पहुंच पाया है व बारिश होने पर 20 डिग्री तक कम हो जाता है। तापमान से परिवर्तन से लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बीते वर्षो में मई में हुई बारिश:
वर्ष,बारिश एमएम में,कितने दिन हुई
2012,2.6,तीन दिन
2013,45.9,पांच दिन
2014,51.2,पांच
2015,16.1,पांच
2016,115,पांच
2017,100,नौ
2018,54.9,पांच
19,21,सात
20,74.8,आठ
21,134.1,अब तक आठ क्या कहते हैं विशेषज्ञ
डा. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के कृषि एवं मौसम विज्ञान विशेषज्ञ सतीश कुमार भारद्वाज ने बताया कि तापमान में गिरावट का असर फसलों की ग्रोथ पर पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक मई माह में अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई है।