श्रीरेणुकाजी मेले में इस बार नहीं होंगी सांस्कृतिक संध्याएं

सिरमौर जिले में 13 से 19 नवंबर तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुजी मेले में इस बार सांस्कृतिक संध्याएं नहीं होंगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:31 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:31 PM (IST)
श्रीरेणुकाजी मेले में इस बार नहीं होंगी सांस्कृतिक संध्याएं
श्रीरेणुकाजी मेले में इस बार नहीं होंगी सांस्कृतिक संध्याएं

जागरण संवाददाता, नाहन : सिरमौर जिले में 13 से 19 नवंबर तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुकाजी मेले के आयोजन का स्वरूप इस बार बदला-बदला नजर आएगा। कोरोना की बंदिशों के चलते इस बार मेला जरूर लगेगा, दुकानें भी सजेंगी, लेकिन सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन नहीं हो पाएगा। इस बार मेले में खेलकूद गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। श्रीरेणुकाजी मेले के आयोजन की तैयारियों को लेकर नाहन में उपायुक्त सिरमौर रामकुमार गौतम की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस दौरान उपायुक्त सिरमौर ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिशानिर्देश भी जारी किए।

उपायुक्त रामकुमार गौतम ने कहा कि मां रेणुकाजी व बेटे परशुराम के मिलन के प्रतीक मेले का परंपरा के मुताबिक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उद्घाटन करेंगे। जबकि समापन समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर करेंगे। इस दौरान उपायुक्त ने मेले के आयोजन को लेकर भी अधिकारियों से फीडबैक ली। रामकुमार गौतम ने बताया कि मेले के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री व समापन कार्यक्रम के लिए राज्यपाल को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर सांस्कृतिक संध्याएं आयोजित नहीं की जाएंगी। कोविड वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगवा चुके ले सकेंगे खेलों में हिस्सा

उपायुक्त रामकुमार गौतम ने बताया कि मेले के दौरान खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें उन्हीं खिलाड़ियों को हिस्सा लेने की इजाजत दी जाएगी, जिन्हें कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी होंगी। इसी तरह से व्यावसायिक गतिविधियों के लिए भी यही शर्त रहेगी। उपायुक्त ने बताया कि मेले में मुख्य तौर पर केवल चार देव पालकियों को ही न्योता दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य किसी भी पालकी को न तो न्योता दिया जाएगा और न ही मेले में आने की अनुमति होगी। इस मौके पर विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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