सिरमौर में बिना सवारियों के दौड़ी बसें

लॉकडाउन के पांचवें चरण में प्रदेश सरकार ने जनजीवन को सामान्य बनाने के लिए सोमवार से बस सेवा तो बहाल कर दी। मगर क‌र्फ्यू के बाद शुरू हुई बस सेवा के पहले दिन निगम की बसों को यात्री ही नहीं मिले। नाहन डिपो की 47 सीटर बस में शिमला से पांवटा साहिब के रूट में केवल

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 06:52 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 06:24 AM (IST)
सिरमौर में बिना सवारियों के दौड़ी बसें
सिरमौर में बिना सवारियों के दौड़ी बसें

राजन पुंडीर, नाहन

प्रदेश सरकार ने जनजीवन को सामान्य बनाने के लिए सोमवार से बस सेवा तो बहाल कर दी। मगर पहले दिन एचआरटीसी की बसों को यात्री ही नहीं मिले। नाहन डिपो की 47 सीटर बस में शिमला से पांवटा साहिब के रूट में केवल आठ सवारियां नाहन तक आई। पूरे रूट पर किसी भी सवारी ने शिमला से नाहन तक बस नहीं रोकी। यही हाल पूरे जिले का रहा। पहले दिन निगम ने 60 बसों को चलाया। किसी बस में एक सवारी, तो किसी बस में दो यात्री ही बैठे नजर आए। कुछ बसें तो खाली ही एक से दूसरे स्थान तक पहुंच गई। निगम को सबसे ज्यादा परेशानी तो ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि ठहराव करने वाले स्टेशनों पर आई। जहां पर चालक व परिचालकों को ग्रामीणों ने खाना खिलाने और ठहराने से मना कर दिया गया। कोरोना के भय के चलते लोग अभी भी घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। जो लोग घरों से बाहर निकल रहे है। वह अपने साधन से ही निकल रहे हैं।

जिला सिरमौर के निजी बस ऑपरेटर संघ की सिरमौर में 250 बसों में से सोमवार को केवल 20 बसें ही रोड पर नजर आई।

जिला सिरमौर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर नाहन, श्रीरेणुकाजी, सराहां, संगड़ाह, राजगढ़, शिलाई और पांवटा साहिब बस अड्डे पर पुलिस बल भी तैनात किया था। मगर कहीं लोगों की भीड़ नजर नहीं आई। सोमवार को आइएसबीटी नाहन सहित जिला के अन्य बस स्टैंड खाली ही नजर आए। नाहन बस अड्डा प्रभारी सुखराम ठाकुर ने बताया कि 60 बसें विभिन्न रूटों पर चलाई। मगर अधिकतर बसों में कोई भी यात्री नहीं बैठा।

chat bot
आपका साथी