लो वोल्टेज की दिक्कत 18 करोड़ से होगी दूर

हिमाचल के पूर्ण राज्य बनने के बाद से प्रदेश में अभूतपूर्व विकास हुआ ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 05:35 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 05:35 PM (IST)
लो वोल्टेज की दिक्कत 18 करोड़ से होगी दूर
लो वोल्टेज की दिक्कत 18 करोड़ से होगी दूर

जागरण संवाददाता, नाहन : हिमाचल के पूर्ण राज्य बनने के बाद से प्रदेश में अभूतपूर्व विकास हुआ है। हिमाचल देश में पहाड़ी राज्य का मॉडल बनकर उभरा है। यह बात 74वें हिमाचल दिवस पर नाहन के ऐतिहासिक चौगान मैदान में आयोजित जिलास्तरीय समारोह में मुख्यातिथि ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने ध्वजारोहण व परेड की सलामी लेने के बाद कही।

उन्होंने कहा कि जिला में लो वोल्टेज की समस्या दूर करने के लिए 18 करोड़ की राशि व्यय की जा रही है। जिला में पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण पर 1251 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।

उन्होंने हिमाचल निर्माता डा. वाईएस परमार को श्रद्धांजलि देकर उनके प्रदेश निर्माण में योगदान को भी याद किया। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि वर्ष 1971 में जब यह प्रदेश एक पूर्ण राज्य बना, तो उस समय 10 हजार 617 किलोमीटर लंबी सड़कें थीं। साक्षरता दर 31.96 प्रतिशत थी। प्रदेश में 4693 शैक्षणिक संस्थान तथा 587 स्वास्थ्य संस्थान थे। बिजली की सुविधा भी 3249 गांवों में थी। वर्तमान में प्रदेश में सड़कों की लंबाई बढ़कर 38 हजार 470 किलोमीटर हो चुकी है। 10 हजार 508 गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा जा चुका है। प्रदेश की 99 प्रतिशत पंचायतें सड़कों से जुड़ चुकी हैं।

उन्होंने कहा कि जिला सिरमौर में जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से जल उपलब्ध करवाने के अतंर्गत नल लगाने का लक्ष्य जून, 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। सभी 259 पंचायतों को सड़क सुविधा से जोड़ा जा चुका है। वर्तमान में जिला में सड़कों की कुल लंबाई 3170 किलोमीटर है। इनमें 1885 किलोमीटर पक्की, जबकि 1285 किलोमीटर कच्ची सड़कें हैं।

इससे पहले सुखराम चौधरी ने परमार चौक पर स्थित डा. वाईएस परमार की प्रतिमा पर पुष्पाजंली अर्पित की और शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

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