युकां ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी आइजीएमसी प्रशासन की शिकायत
युवा कांग्रेस (युकां) ने आइजीएमसी शिमला में मरीजों को खाना देने क
जागरण संवाददाता, शिमला : युवा कांग्रेस (युकां) ने आइजीएमसी शिमला में मरीजों को खाना देने का कार्य आउटसोर्स करने के विरोध में शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी है। सुबूत के तौर पर इसमें कई दस्तावेज भी लगाए हैं। युवा कांग्रेस का आरोप है कि 2.39 करोड़ के काम को आइजीएमसी प्रशासन ने एक फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए 4.96 करोड़ में दिया है। युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदोपति ठाकुर ने शिमला में यह जानकारी दी।
उन्होंने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) प्रशासन और प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है। सोमवार तक अगर यह नहीं बताता कि इस काम को महंगे दाम पर क्यों दिया गया तो मंगलवार से प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा। आइजीएमसी के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों और स्वास्थ्य मंत्री का घेराव भी होगा। यदोपति ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को राजनीति से ऊपर उठकर इस पूरे मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच करवानी चाहिए, ताकि जनता को पूरी सच्चाई का पता चल सके। जिस कंपनी को कार्य सौंपा गया है, उसे एक बार ब्लैक लिस्ट किया जा चुका है, हालांकि बाद में न्यायालय से कंपनी को राहत दी गई थी। यह केवल राहत थी। आइजीएमसी ने टेंडर में शर्त लगाई थी कि यदि कोई भी फर्म ब्लैक लिस्ट है तो उसे सत्यापित शपथपत्र देना होगा। उन्होंने पूछा कि ऐसे में क्या संबंधित कंपनी ने शपथ दिया था या नहीं। यदि नहीं दिया गया तो इतनी बड़ी शर्त को क्यों दरकिनार किया गया। उन्होंने कहा कि बीते दिनों आइजीएमसी प्रशासन ने जो सफाई दी है उसमें तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है।
यदोपति ठाकुर ने कहा कि युवा कांग्रेस जनता के पैसों का दुरुपयोग नहीं होने देगी। यदि कोई संज्ञान नहीं लिया जाता है तो अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा। इस पूरे मामले को लेकर युवा कांग्रेस राज्यपाल से भी मिलेगी। उन्हें दस्तावेज सौंपकर जांच की मांग उठाई जाएगी।