गिरी-गुम्मा प्रोजेक्ट के आधुनिकीकरण पर फंडिग का संकट

ताराचंद शर्मा शिमला शिमला जल प्रबंधन निगम को जल आपूर्ति योजनाओं के आधुनिकरण के लिए दी जा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 04:08 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 04:08 AM (IST)
गिरी-गुम्मा प्रोजेक्ट के आधुनिकीकरण पर फंडिग का संकट
गिरी-गुम्मा प्रोजेक्ट के आधुनिकीकरण पर फंडिग का संकट

ताराचंद शर्मा, शिमला

शिमला जल प्रबंधन निगम को जल आपूर्ति योजनाओं के आधुनिकरण के लिए दी जाने वाली फंडिग की दूसरी किश्त विश्व बैंक ने देने से इन्कार कर दिया है। लोगों को 24 घंटे पानी देने का यह महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट विश्व बैंक की ही फंडिग से सिरे चढ़ना था।

विश्व बैंक ने कुछ शर्ते फंडिग देने के लिए लगाई थीं, इसके बाद पहली किस्त भी जारी की गई। इसमें परियोजनाओं से आ रही पुरानी पाइनलाइन को बदला गया। दूसरे फेज में परियोजनाओं का आधुनिकरण किया जाना था। दूसरे चरण में पंप स्टेशन के लेकर टैंकों में स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी थी। इससे पानी की लीकेज व बर्बादी को रोकने की तैयारी थी। लेकिन फंडिंग के संकट से निगम की चिंता बढ़ गई है। नगर निगम शिमला ने 2022 में पूरे शहर में 24 घंटे पानी देने का दावा किया था। केंद्र की फंडिग के बिना इस दावे को पूरा करना मुश्किल हो सकता है। शहर को मिलना है 55 एमएलडी पानी

शिमला शहर में 45 मिलियन लीटर पर डे (एमएलडी) पानी की जरूरत रहती है। पर्यटन सीजन में यह जरूरत 55 तक पहुंच जाती है। पाइपलाइन बदल जाने के बाद लीकेज खत्म हुई है। अब शिमला शहर में रोजाना करीब 50 एमएलडी पानी पहुंच रहा है। आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से इन्हीं परियोजनाओं के दम पर शहर को 65 एमएलडी पानी शहर में पहुंचना था। इसके अलावा शहर में अतिरक्त भंडारण टैंकों का भी निर्माण किया जाना था, जिससे 24 घंटे पानी की सप्लाई दी जा सके। अब स्मार्ट सिटी आधुनिकीकरण की तैयारी

नगर निगम शिमला शहर के लोगों को 24 घंटे पानी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत इन परियोजनाओं का आधुनिकरण करेगा। इसके तहत शहर में भंडारण टैंक बनाए जाएंगे। पंपों पर मशीनरी अपग्रेड की जाएगी। इसके अलावा शहर में स्मार्ट मीटर भी लगाए जाएंगे। निगम ने इसके लिए स्मार्ट सिटी के तहत 75 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है। शिमला जल प्रबंधन निगम को विश्व बैंक ने दूसरी किश्त जारी करने से इन्कार कर दिया है। इस फंड से पंपिग स्टेशनों का आधुनिकिकरण किया जाना था।

धर्मेद्र गिल, प्रबंध निदेशक शिमला जल प्रबंधन निगम। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत गिरी और गुम्मा परियोजना का आधुनिकीकरण किया जाना है। स्मार्ट सिटी में इसके लिए 75 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया जाना प्रस्तावित है।

नितिन गर्ग, महाप्रबंधक स्मार्ट सिटी शिमला।

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