पहले बेमौसमी बर्फ, अब ओलावृष्टि ने तोड़ी उम्मीदें

जागरण संवाददाता शिमला मौसम की मार ने इस बार बागवानों का काफी नुकसान किया है। सेब ना

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 08:58 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 08:58 PM (IST)
पहले बेमौसमी बर्फ, अब ओलावृष्टि ने तोड़ी उम्मीदें
पहले बेमौसमी बर्फ, अब ओलावृष्टि ने तोड़ी उम्मीदें

जागरण संवाददाता, शिमला : मौसम की मार ने इस बार बागवानों का काफी नुकसान किया है। सेब, नाशपाती, प्लम, खुमानी, चेरी सहित अन्य फसलें बारिश व ओलावृष्टि में तबाह हो गई हैं। पहले बेमौसमी बर्फबारी से फसलों को नुकसान हुआ, अब ओलावृष्टि ने काफी नुकसान किया है। एक सप्ताह से हो रही बारिश व ओलावृष्टि से बागवान प्रभावित हुए हैं। रोजाना हो रही ओलावृष्टि से सेब झड़ गए हैं। प्लम, चेरी, नाशपाती सहित अन्य फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।

बागवान राज्य सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उनके नुकसान का मुआवजा दिया जाए। अभी तक बागवानी विभाग नुकसान का आकलन ही नहीं कर पा रहा है। विभाग का कहना है कि कोरोना क‌र्फ्यू के कारण अधिकारी अपने घर में ही फंसे हुए हैं। फील्ड का निरीक्षण ही नहीं कर पा रहे हैं। नुकसान के आकलन के लिए गठित की है कमेटी

अप्रैल महीने में ऊपरी शिमला में बर्फबारी हुई थी, जिससे सेब के पौधों को नुकसान पहुंचा था। रोहडू, खड़ापत्थर सहित कई अन्य स्थानों पर सेब के पौधे ही गिर गए थे। जबकि एक सप्ताह से लगातार ओलावृष्टि हो रही है। कई जगह तो बगीचे ही पूरी तरह उजड़ गए हैं। नुकसान को देखते हुए सरकार ने नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए थे। बागवानी विभाग ने इसके आकलन के लिए बाकायदा कमेटियां भी गठित कर दी हैं, लेकिन कोरोना क‌र्फ्यू के कारण अधिकारी फील्ड में मूवमेंट नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से अभी फील्ड से ही रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। मुख्यमंत्री को लिखा है पत्र : रोहित ठाकुर

बेमौसमी बर्फबारी और ओलावृष्टि ने बागवानों का काफी नुकसान किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर किसानों व बागवानों के नुकसान का आकलन कर उन्हें मुआवजा देने की गुहार लगाई है ताकि बागवानों को राहत मिल सके।

रोहित ठाकुर, पूर्व सीपीएस व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता।

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