सेब-आम की पैदावार प्रभावित नहीं कर पाएगा मौसम

मौसम की सही जानकारी मिलने से अब प्रदेश के नौ जिलों में न तो सेब की पै

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 07:27 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 07:27 PM (IST)
सेब-आम की पैदावार प्रभावित नहीं कर पाएगा मौसम
सेब-आम की पैदावार प्रभावित नहीं कर पाएगा मौसम

राज्य ब्यूरो, शिमला : मौसम की सही जानकारी मिलने से अब प्रदेश के नौ जिलों में न तो सेब की पैदावार प्रभावित होगी और न ही निचले जिलों में आम। इतना ही नहीं तिब्बत के पारच्छू में बाढ़ आने की संभावना को देखते हुए भारत की चीन पर जानकारी के लिए निर्भरता खत्म होगी। प्रदेश में मौसम आधारित पूर्वानुमान की जानकारी देने के लिए पहला डॉप्लर वेदर राडार कुफरी में शुरू हो गया। राडार 100 किलोमीटर तक के क्षेत्र को कवर करेगा।

अब मौसम संबंधी हर जानकारी से शिमला, सोलन, सिरमौर, किन्नौर, बिलासपुर जिले पूरी तरह से सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त मंडी, कुल्लू, हमीरपुर व ऊना के कुछ हिस्सों तक कुफरी से नजर रहेगी। कुफरी में स्थापित पहले मौसम आधारित डॉप्लर राडार के बाद मंडी में दूसरा और चंबा जिला के डलहौजी में तीसरा केंद्र स्थापित होगा।

नई दिल्ली से केंद्रीय मंत्री डा. हर्षवर्धन ने वर्चुअल माध्यम से कुफरी स्थित पहले डॉप्लर राडार का उद्घाटन किया। राज्य सचिवालय शिमला से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। शिमला स्थित राज्य मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह भी इस दौरान मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश में दो नए डॉप्लर वेदर राडार स्थापित करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कुफरी में डॉप्लर राडार लगने से हर साल सेब को होने वाला नुकसान बागवानों को उठाना नहीं पड़ेगा। सेब के साथ-साथ प्रदेश के दूसरे हिस्सों में पैदा होने वाले फलों की पैदावार को भी बढ़ावा मिलेगा।

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पहले पता चल जाएगा

समय रहते बारिश-बर्फबारी और ओलावृष्टि की जानकारी मिलने से किसान-बागवान फलदार पौधों को सुरक्षित करने के लिए कदम उठा सकते हैं। इसके साथ-साथ पारंपरिक फसलों के लिए बारिश की संभावना का भी पता चलेगा। मौसम संबंधी हर तरह की जानकारी अब पहले उपलब्ध होगी। इससे पहले ऐसी जानकारी के लिए प्रदेश को पटियाला स्थित केंद्र पर निर्भर रहना पड़ता था। राडार प्रणाली कंप्यूटरीकृत है और डिजिटल तस्वीरें उपलब्ध करवाएगा।

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