अब फिर गिरि में गाद, शहर में घटी पानी की आपूर्ति
शहर में पानी की किल्लत फिर से डराने लगी है। गिरि परियोजना से शुक्रवार को 13 एमएलडी पानी कम मिला।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में पानी की किल्लत फिर से डराने लगी है। गिरि परियोजना में गाद आने के बाद अब पानी की सप्लाई कम हो गई है। गिरि नदी से जहां रोजाना पानी की 16 मिलियन लीटर पर डे (एमएलडी) से ज्यादा सप्लाई मिलती थी, वह शुक्रवार को तीन एमएलडी पहुंच पाई। इससे शहर में शुक्रवार को सिर्फ 25 एमएलडी पानी ही मिला है। इससे उम्मीद है कि शहर में शनिवार को लोगों को घरों में पानी की सप्लाई नहीं आएगी।
पानी की कमी को देखते हुए शिमला जल प्रबंधन निगम ने भी पानी की राशनिग पर दोबारा से विचार करना शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि अब फिर से शहर के लोगों को तीसरे दिन ही पानी मिले। हालांकि दो दिन पहले प्रशासन ने पानी की सप्लाई माकूल होने के बाद फिर से रोजाना सप्लाई देने का फैसला लिया था। अब फिर से गिरि में गाद आने के बाद पानी की सप्लाई बहुत कम हो गई है। इसी तरह से गुम्मा से भी 19 के बजाय 16 एमएलडी पानी मिला है। ऐसे में शहर में पानी की सप्लाई कम हो गई है।
अमूमन शहर को पानी 40 से 45 एमएलडी कम से कम सभी पेयजल स्रोतों से मिल जाता है। इससे रोजाना शहर के 30,000 लोगों को पानी देना संभव हो पा रहा था। अब पानी की सप्लाई घटने के बाद रोजाना लोगों के घरों को पानी पहुंचाना मुश्किल होगा। पानी की आपूर्ति में गाद बन रही बाधा
राजधानी में गर्मी में पानी की कमी स्त्रोतों में रहती है, इसलिए राशनिग झेलनी पड़ती है। वहीं सर्दियों में बिजली के कट के चलते या फिर कम वोल्टेज होने से लोगों को पानी की कमी से जूझना पड़ता है। अब बरसात में भी लोगों को पानी की राशनिग सहन करनी पड़ती है। गाद आने से पानी की आपूर्ति पूरी नहीं हो पा रही है। यूएस क्षेत्र में पाइपें फटने से रहेगी परेशानी
शहर के यूएस क्षेत्र से लेकर इसके आसपास के क्षेत्र में पानी की सप्लाई ज्यादा प्रभावित हो सकती है। भूस्खलन के चलते इन क्षेत्रों को आने वाली पानी की मुख्य पाइपलाइन टूटने के चलते लोगों को अगले एक या दो दिन तक बिना पानी के रहना पड़ सकता है।