स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे खलग स्कूल के स्वयंसेवी

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खलग के एनएसएस स्वयंसेवी स्वच्छता का पाठ पढ़ाने के लिए गांव-गांव पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 04:04 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 04:04 PM (IST)
स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे खलग स्कूल के स्वयंसेवी
स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे खलग स्कूल के स्वयंसेवी

जागरण संवाददाता, शिमला : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खलग के एनएसएस स्वयंसेवी स्वच्छता का पाठ पढ़ाने गांव-गांव पहुंच रहे हैं। युवा और महिला मंडलों के साथ मिलकर स्कूलों के इन बच्चों ने 14 गांवों में पहुंच कर स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं। इस दौरान गांव में प्राकृतिक जल स्रोतों को साफ किया। 25 किलो प्लास्टिक वेस्ट इकट्ठा कर पंचायतों को सौंपा गया। इस दौरान गांव के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया गया।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत खलग स्कूल की एनएसएस इकाई ने अक्टूबर में सैनिटाइजेशन, स्कूल सुंदरीकरण के अलावा काफी सामाजिक कार्यो का निर्वहन जिम्मेदारी के साथ किया है। 112 स्वयंसेवियों की टीम ने एनएसएस कैप्टन शीतल, दीपक और पल्लवी के नेतृत्व में खलग इकाई ने सामाजिक क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। चनोग और धमून पंचायत के प्रधानों को प्लास्टिक को इकट्ठा कर सौंपा गया है।

स्कूल के प्रधानाचार्य बृजलाल ने एनएसएस यूनिट द्वारा अक्टूबर में किए जाने वाले कार्य की सराहना की है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम अधिकारी, अध्यापक और स्वयंसेवी इन कार्यो के लिए बधाई के पात्र हैं। एनएसएस के राज्य समन्वयक दलीप ठाकुर ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान में प्रदेश की भूमिका हमेशा ही अग्रणी रही है।

जिला समन्वयक परमदेव शर्मा ने कहा कि प्रकृति को स्वच्छ व प्लास्टिक मुक्त करने का ग्रामीण स्तर पर जो कार्य एनएसएस यूनिट खलग द्वारा किया गया है उसके लिए कार्यक्रम अधिकारी व समस्त स्वयंसेवी बधाई के पात्र हैं। खलग स्कूल के एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी भूपेश शर्मा ने कहा कि एनएसएस यूनिट खलग के स्वयंसेवियों का जोश और उत्साह अतुलनीय है। कार्यक्रम अधिकारी रचना शर्मा ने कहा कि मुझे एक ऐसी इकाई की कार्यक्रम अधीकारी होने का सौभाग्य प्राप्त है। इनकी अगुआई में चल रहा सफाई अभियान

सायरीघाट गांव के कार्य की अगुआई स्नेहा और विशाखा, सुजाना की शीतल और प्रियांशु, चनोग की सानिया और प्रेरणा, लझूण की रितिका और कुसुम, शिल्डु की पूजा और ललित, बशोग की सचिन और रजत, शड़याणा की श्रेया और आदित्य, जाठिया की पल्लवी और सुष्मिता, रामपुरी की प्रणव और कनिका, बडैहरी की सृष्टि और वंश, भवाणा की साहिल और रजनीश, बागी की आरती और हिताक्षी, कफ्लेड़ की दीक्षा और नीलाक्षी तथा पोआबो की दीक्षा और रीतिका कर रही हैं। हर रविवार व अवकाश के दिन करते हैं सफाई

अक्टूबर महीने के हर रविवार और अवकाश के दिन गावों में सफाई कार्यो और प्लास्टिक अपशिष्ठ इकट्ठा किया जा रहा है। एनएसएस इकाई का उद्देश्य इस महीने के अंत तक करीब 60 से 70 किलो प्लास्टिक अपशिष्ठ को इकट्ठा करने का है।

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