हिमाचल के उठाए कदमों से केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय संतुष्ट

केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्रालय के सचिव अतुल चतुर्वेदी ने हिमाचल प्रदेश म

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 08:36 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 08:36 PM (IST)
हिमाचल के उठाए कदमों से केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय संतुष्ट
हिमाचल के उठाए कदमों से केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय संतुष्ट

राज्य ब्यूरो, शिमला : केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्रालय के सचिव अतुल चतुर्वेदी ने हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू की रोकथाम की दिशा में उठाए कदमों पर संतोष जताया गया। वीरवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से उन्होंने हिमाचल समेत देश भर के राज्यों के अधिकारियों से बैठक की। इसमें हिमाचल के वन विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। अफसरों ने उन्हें बर्ड फ्लू की ताजा स्थिति के बारे में जानकारी दी। इस दौरान विदेशी परिदों की मौत के कारणों सहित इसकी रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों के बारे में बताया गया। करवाया।

पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने सचिव को बताया कि कांगड़ा जिले में पौंग बांध क्षेत्र में बर्ड फ्लू का एपिक सेंटर रहा, वहां कोई भी पोल्ट्री नहीं है। एहतियात के तौर पर आसपास के इलाके के पोल्ट्री फार्म के सैंपल लिए गए हैं। हालांकि सोलन जिले में जरूर मृत मुर्गे पाए गए हैं, लेकिन अधिकारियों का दावा है कि ये पड़ोसी राज्य हरियाणा से लाए होंगे। इसकी वजह यह है कि वहां मुर्गो की मौतों का आंकड़ा एक लाख से अधिक है।

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वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में केंद्रीय सचिव अतुल चतुर्वेदी ने हिमाचल में बर्ड फ्लू को फैसने से रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर संतोष जताया है। विभाग पंद्रह साल से पोल्ट्री के सैंपल एकत्र करता आ रहा है, लेकिन यहां बर्ड फ्लू के लक्षण कभी नहीं पाए गए। सोलन के जाबली क्षेत्र में मिले मृत मुर्गे पड़ोसी राज्य से लाकर फेंके गए हो सकते हैं।

डा. अजमेर सिंह डोगरा, निदेशक, पशुपालन

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