फिर पिजरे के बाहर से लौट गया तेंदुआ

शहर में दहशत का पर्याय बन चुका तेंदुआ अब शीघ्र ही वन विभाग की पकड़ में आ सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 05:54 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 05:54 PM (IST)
फिर पिजरे के बाहर से लौट गया तेंदुआ
फिर पिजरे के बाहर से लौट गया तेंदुआ

जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में दहशत का पर्याय बन चुका तेंदुआ अब शीघ्र ही वन विभाग की पकड़ में आ सकता है। पिछली रात चार बार तेंदुआ विभाग के लगाए गए पिजरों के पास आया और वहां से लौट गया। तेंदुआ चार दिन बाद फिर पिंजरे के पास पहुंचा है। विभाग ने इसके जाने के रास्ते को भी टै्रक किया है। नए लगाए गए कैमरों से इस पर नजर रखी जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि जल्द तेंदुए को पकड़ लिया जाएगा।

विभाग के विशेषज्ञों का मानना है कि अभी तक तेंदुए से पिजरे का डर पूरी तरह नहीं निकला है। डर के कारण वापस जा रहा है। अब वह यहां आना शुरू हो गया है। कुछ दिन बाद जब इसका डर पूरी तरह से निकल जाएगा, इसके बाद ही इसमें अंदर प्रवेश करेगा। 14 दिन से तेंदुए को पकड़ने के लिए जुटी है विभाग की टीम

राजधानी में 14 दिन से तेंदुए को पकड़ने के लिए विभाग की टीम प्रयास कर रही है। इसके लिए देहरादून से विशेषज्ञों की टीम भी लाई गई है। वीरवार को भी तीसरे दिन लगातार देहरादून की टीम जंगल में तेंदुए को तलाशती रही। अभी तक पूरी तरह से कहीं भी सफलता नहीं मिली है। सूत्र बताते हैं कि विभाग की टीम ने तेंदुए का पूरा ट्रैक तलाश लिया है। ये कहां से कहां को जाता है, इस पर अब विभाग की पूरी नजर है। इसी को देखते हुए अब नए कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके बाद ही तेंदुए के पकड़े जाने की उम्मीद है। चार दिन बाद फिर उसी पिंजरे के पास पहुंचा

चार दिन बाद फिर से उसी पिजरे के बाहर तेंदुआ आकर लौट आया है। इस बार पिजरे में रखे मांस को नजदीक से देखा और वापस चला गया। आने वाले दिनों में जब जंगली जानवर को यकीन होगा कि ये इंसानी फितरत नहीं बल्कि कुदरत ने ही इसे बनाया है तो वह पिंजरे में कैद हो जाएगा। इसके बाद ही ये पिजरे के अंदर आ सकता है।

अभी तक सुरक्षित नहीं डाउनडेल

डाउनडेल में तेंदुए पर नजर रखने के लिए विभाग ने कैमरा लगा दिया है। झाड़ियों को काटने का काम भी शुरू कर दिया है। हालत यह है कि यहां पर न ही रोशनी के लिए स्ट्रीट लाइट लगी हैं और न ही यहां पर तारें लगाकर फेंसिग की गई है। इसको लेकर आम लोगों में काफी रोष है। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि टाइलें लगाने के लिए संबंधित विभाग को पत्र भेज दिया है।

chat bot
आपका साथी