टैक्स न देने वालों पर कसेगा शिकंजा
शिमला शहर के चार हजार भवन मालिकों को नगर निगम ने टैक्स न देने पर नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर के चार हजार भवन मालिकों को नगर निगम ने टैक्स न देने पर नोटिस देने शुरू कर दिए हैं। निगम प्रशासन ने इस बार चालू वित्त वर्ष के साथ पिछले साल के डिफाल्टरों को भी सूची में शामिल किया है। इसलिए डिफाल्डरों का आंकड़ा चार हजार के पार हो चुका है। इन्हें तीन नोटिस दिए जाएंगे। तीनों नोटिस के बावजूद यदि टैक्स जमा नहीं करवाया तो निगम की ओर से नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
शहर में 2300 से ज्यादा डिफाल्टर ऐसे हैं जिन्होंने लंबे समय से निगम को टैक्स जमा नहीं करवाया है। कुछ डिफाल्टर तो ऐसे हैं जिनसे निगम ने लाखों रुपये वसूलने हैं। निगम ने इन्हें पिछले साल से रिमाइंडर भी भेजे, लेकिन टैक्स जमा करवाने की लोगों ने जहमत नहीं उठाई।
निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि टैक्स समय पर जमा न करवाने वाले भवन मालिकों को टैक्स देने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इसके लिए संबंधित शाखा सूचियां तैयार कर रही है। 10 फीसद की छूट की सुविधा के बावजूद टैक्स जमा नहीं करवा रहे लोग
हालांकि इस बार निगम ने लंबे समय तक लोगों को टैक्स 15 दिन के भीतर जमा करवाने के लिए 10 फीसद की छूट की सुविधा दी थी। इसके बावजूद इन लोगों ने टैक्स जमा नहीं करवाया है। चालू वित्त वर्ष में अगस्त महीने तक लोगों को टैक्स के बिल जेनरेट कर भेजे जाते रहे। नियमों के मुताबिक बिल जेनरेट होने के 15 दिन के भीतर 10 फीसद छूट की सुविधा रहती है। टैक्स आय का मुख्य साधन
शहर में संपत्ति कर नगर निगम की आय का मुख्य साधन है। शहर में करीब 28 हजार भवन मालिक हैं, इनसे नगर निगम प्रापर्टी टैक्स लेता है। हर साल करीब 20 करोड़ रुपये टैक्स निगम के खाते में जमा होता है।