एसजेवीएनएल 75 हजार करोड़ का निवेश करेगा

एसजेवीएनएल अगले नौ साल में देश व विदेश में 75 हजार करोड़ रुपये का नि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 07:52 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 07:52 PM (IST)
एसजेवीएनएल 75 हजार करोड़ का निवेश करेगा
एसजेवीएनएल 75 हजार करोड़ का निवेश करेगा

राज्य ब्यूरो, शिमला : एसजेवीएनएल अगले नौ साल में देश व विदेश में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर हजारों लोगों को रोजगार के साधन प्रदान करवाएगा। इसमें 23 हजार करोड़ का निवेश केवल हिमाचल प्रदेश में ही होगा। पनविद्युत, सौर और विंड एनर्जी पर आधारित परियोजनाओं को समय पर बिना लागत बढ़े पूरा किया जाएगा। इससे मुनाफा बढ़ने के साथ राज्यों को लाभ होगा। यह बात एसजेवीएनएल के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने शिमला में पत्रकारों से बातचीत में कही।

उन्होंने कहा कि एसजेवीएनएल ने 33 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं और एक छोटी सी कंपनी के रूप में शुरुआत की थी, जो आज वटवृक्ष बन गई है। वर्ष 1998 में एनजेपीसी के तौर पर 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी परियोजना से शुरुआत की और आज तीन देशों भारत, नेपाल व भूटान में 32 स्थानों पर 32 प्रोजेक्ट हैं। एसजेवीएनएल के पास 35 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट निर्माणाधीन हैं।

नंदलाल शर्मा ने बताया कि कंपनी ने अपनी यात्रा की रूपरेखा तैयार की है और लघु-मध्यम-दीर्घकालिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए एसजेवीएनएल ने 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट और 2040 तक 25000 मेगावाट प्राप्त करने का एक साझा विजन रखा है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए सभी कर्मचारियों, सदस्यों और परिवार का विजन बने, इसलिए हर व्यक्ति तक पहुंचाया गया है, जिससे इसे जमीनी हकीकत दी जा सके। एसजेवीएनएल को नेपाल सरकार की ओर से नेपाल के भोजपुर जिले में 679 मेगावाट की लोअर अरुण जलविद्युत परियोजना आवंटित की है। इन्वेस्टर्स मीट के दौरान छह परियोजनाओं के एमओयू साइन किए थे, जिनमें से दो पर काम चल रहा है। मार्च तक कोल डैम सुन्नी में भी कार्य शुरू हो जाएगा। हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर चिनाब बेसिन पर 104 मेगावाट की तांदी जलविद्युत परियोजना, 130 मेगावाट की राशिल जलविद्युत परियोजना और 267 मेगावाट की साच खास जलविद्युत परियोजना आवंटित की है। इन सभी को समय पर पूरा किया जाएगा। इनके लिए सर्वे, डीपीआर और अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं को शुरू किया है। एसजेवीएनएल के निर्धारित लक्ष्य में सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी अधिक है, जिससे ग्रीन एनर्जी के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। एसजेवीएनएल ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 2168.67 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (पीएटी) प्राप्त किया है। कंपनी का शुद्ध लाभ वर्ष 2019-20 में 1557.43 करोड़ की तुलना में वर्ष 2020-21 में बढ़कर 1633.04 करोड़ रुपये रहा तथा प्रति शेयर आय (ईपीएस) वर्ष 2019-20 में 3.96 रुपये प्रति शेयर से बढ़कर 2020-21 में 4.16 प्रति शेयर हो गया। एसजेवीएनएल अपनी दक्षता के आधार पर निर्धारित क्षमता से अधिक उत्पादन कर रहा है। पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने वाली तकनीक का इस्तेमाल कर बनाए जाएंगे प्रोजेक्ट

ऊर्जा क्षेत्र में लगने वाले प्रोजेक्ट पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने वाली तकनीक का इस्तेमाल कर स्थापित किए जाएंगे। पहले ब्लास्टिंग की जाती थी, अब बिना ब्लास्टिंग के मशीन को लगाया जाता है और एक तरफ से कटिग करते हुए दूसरी तरफ निकल जाती है, उसका प्रयोग किया जा रहा है। जोर जबरदस्ती से नहीं लोगों की सहमति और उनको विश्वास में लेकर विकास के लिए प्रोजेक्ट तैयार किए जाएंगे। कोरोना काल में बिजली उत्पादन पर कोई असर नहीं हुआ, लेकिन जिन परियोजनाओं में निर्माण हो रहा है वे प्रभावित हुई हैं। प्रोजेक्ट व विकास रोकने के लिए हो रही बाहर से फंडिंग

उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट और विकास को रोकने के लिए कुछ संस्थाओं को बाहर से भी फंडिग हो रही है और ये संस्थाएं लोगों को गुमराह कर रही हैं। परियोजना क्षेत्र के प्रभावित विरोध नहीं करते, बल्कि वे लोग होते हैं जो परियोजना क्षेत्र में आते ही नहीं हैं।

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