स्कूल खुलते निरीक्षण शुरू, शिमला में समन्वय समितियों ने जांचा रिकार्ड

जागरण संवाददाता शिमला कोरोना महामारी के खतरे के बीच प्रदेश में दसवीं से जमा दो के बच्चों की नियमित कक्षाएं शुरू हो गई हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग ने निरीक्षण का काम शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 03:49 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 03:49 PM (IST)
स्कूल खुलते निरीक्षण शुरू, शिमला में
समन्वय समितियों ने जांचा रिकार्ड
स्कूल खुलते निरीक्षण शुरू, शिमला में समन्वय समितियों ने जांचा रिकार्ड

जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना महामारी के खतरे के बीच प्रदेश में दसवीं से जमा दो के बच्चों की नियमित कक्षाएं शुरू हो गई हैं। स्कूल खुलते ही शिक्षा विभाग ने निरीक्षण का कार्य भी शुरू कर दिया है। शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय से जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। ये टीमें जिले के सभी स्कूलों का निरीक्षण करेंगी। टीम ने शिमला के लक्कड़ बाजार, संजौली और कुफरी स्कूल का निरीक्षण किया। इसके बाद ऊपरी शिमला के ठियोग, जुब्बल, चौपाल, नेरवा, रामपुर में जाकर ये टीमें निरीक्षण करेंगी।

डोडराक्वार और रामपुर के दुर्गम क्षेत्रों में भी टीम निरीक्षण के लिए पहुंचेगी। स्कूलों का यह औचक निरीक्षण होगा। प्रधानाचार्यो के अलावा छात्र और शिक्षकों से भी टीमें बात करेंगी। एसएमसी सदस्यों से भी फीडबैक लिया जाएगा। दुर्गम क्षेत्रों में जहां पर इंटरनेट की सबसे ज्यादा दिक्कत थी वहां पर टीमें जाकर पढ़ाई की फीडबैक भी ेलेंगी।

यह रिकार्ड होगा चैक

स्कूलों में मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन किया जा रहा है या नहीं। क्लासरूम को कब सैनिटाइज किया गया। शौचालयों में सफाई की क्या व्यवस्था है, कितनी बार शौचालयों को सैनिटाइज किया जा रहा है। स्कूल में मूलभूत सुविधाएं कैसी हैं। बच्चों को मुफ्त की किताबें, वर्दी और स्कूल बैग मिले हैं, इसको लेकर कोई शिकायत तो नहीं है। कितने शिक्षक, गैर शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें कोरोना वैक्सीन नहीं लगी। मिड-डे मील कर्मियों को क्या कोरोना वैक्सीन लग गई है या नहीं। ये टीम ऐसे कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित भी करेंगी। कोरोना समन्वय समितियां स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रही हैं। स्कूलों में जाकर यह देखा जा रहा है कि वहां पर एसओपी का पालन हो रहा है या नहीं। इसके अलावा अन्य मूलभूत सुविधाओं को भी जांचा जा रहा है। इसमें बच्चों के पास किताबें हैं, उन्हें फ्री किताबें मिली हैं या नहीं। स्कूल में मूलभूत सुविधाएं क्या हैं, इसका पूरा रिकार्ड तैयार कर निदेशालय को भेजा जाएगा।

- अशोक शर्मा, शिक्षा उपनिदेशक, जिला शिमला।

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