सहप्रभारी ने विधायकों व नेताओं को पढ़ाया एकजुटता का पाठ
जागरण संवाददाता शिमला प्रदेश कांग्रेस सहप्रभारी संजय दत्त ने बुधवार को शिमला स्थित कांग्रेस
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश कांग्रेस सहप्रभारी संजय दत्त ने बुधवार को शिमला स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में बंद कमरे में कांग्रेस विधायकों, पूर्व विधायकों, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी और वरिष्ठ नेताओं से संगठन की मजबूती के लिए मंथन किया। उन्होंने सभी नेताओं से अलग-अलग बात कर सुझाव लिए और सुझावों को नोट किया। संजय दत्त ने कहा कि सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा तभी पार्टी उपचुनाव में जीत हासिल कर पाएगी। मंडी संसदीय, जुब्बल कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां पर उपचुनाव होना है।
कुछ नेताओं ने अपने विधानसभा क्षेत्र व जिले में संगठन की कमियां भी गिनाई। इसमें बताया गया कि संगठन सभी को साथ लेकर नहीं चल रहा है, जबकि मौजूदा समय में सभी को साथ लेकर चलने की जरूरत है। उन्होंने सुझाव दिया कि वरिष्ठ नेताओं को चाहिए कि वह सभी के बीच समन्वय बनाकर सभी को साथ लेकर चलें। कुछ नेताओं ने संगठन में नियुक्तियों पर भी सवाल उठाए। इसमें कहा गया कि संगठन में कुछ ऐसी नियुक्तियां हुई हैं जो सक्रिय ही नहीं हैं। ऐसे नेताओं को हटाकर सक्रिय नेता की नियुक्ति करनी चाहिए। कुछ ने कहा कि संगठन को जो मुद्दे उठाने चाहिए वह नहीं उठा रहा है जिसके चलते सरकार अपनी मनमानी कर रही है।
-------------
चुनावी मिशन को लेकर भेजा है हाईकमान ने
संजय दत्त को हाईकमान ने हिमाचल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए भेजा है। संजय दत्त 13 जून तक पार्टी के अन्य नेताओं के साथ बैठक करेंगे और रिपोर्ट तैयार करने के बाद प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ चर्चा करेंगे। इस रिपोर्ट को हाईकमान को भी भेजा जाएगा।
-------------
इन्होंने की मुलाकात
कांग्रेस विधायक रामलाल ठाकुर, हर्षवर्धन चौहान, विनय कुमार, मोहन लाल ब्राक्टा, लखविद्र राणा, सतपाल रायजादा, अनिता वर्मा, कुलदीप पठानिया, राजेंद्र राणा, हर्ष महाजन, इंद्रदत्त लखनपाल, बंबर ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह, केवल सिंह पठानिया, संजय अवस्थी, अभिषेक राणा, विक्रमादित्य सिंह और ठाकुर सिंह भरमौरी ने मुलाकात की।
----------------
कौल सिंह ठाकुर ने भी की मुलाकात
पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने भी सहप्रभारी से अकेले में बात की। उन्होंने संगठन की मजबूती को लेकर सहप्रभारी से लंबी मंत्रणा की और पार्टी को एकजुट करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि अब आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होकर ही पार्टी अगला चुनाव जीत सकती है।