रविवार को बाजार खुला तो हवा हुआ शारीरिक दूरी का नियम

जागरण संवाददाता शिमला त्योहारी सीजन में एक महीने बाद शिमला के बाजार रविवार को फिर स

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 04:55 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 04:55 PM (IST)
रविवार को बाजार खुला तो हवा हुआ शारीरिक दूरी का नियम
रविवार को बाजार खुला तो हवा हुआ शारीरिक दूरी का नियम

जागरण संवाददाता, शिमला : त्योहारी सीजन में एक महीने बाद शिमला के बाजार रविवार को फिर से खुले। जिला प्रशासन ने नगर निगम क्षेत्र में सभी दुकानों को त्योहारी सीजन के दौरान (25 अक्टूबर व पहली व आठ नवंबर) स्वैच्छिक आधार पर खोलने की अनुमति दी गई है। इसलिए रविवार को दशहरे के मौके पर लोअर बाजार में भीड़ रही। सीटीओ चौक से लेकर शेरे पंजाब तक लोगों की भीड़ जुटी रही।

त्योहारी सीजन में दुकानें खुलीं तो लोग खरीदारी करने के लिए बाजार पहुंचे हुए थे। दिवाली और करवाचौथ की शॉपिग के लिए महिलाएं झुंड में खरीदारी कर रही थी। इस दौरान बाजार में शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही थी। घरों को सजाने के लिए लड़ियां, फेंसी लाइटें, प्लास्टिक के फूलों की रंग बिरंगी, लड़ियां भी बाजार में आना शुरू हो चुका है। बाजार में चहल पहल बढ़ने से दुकानदार काफी खुश हैं व उन्हें त्योहारों में पिछले लंबे समय से चल रही बाजार की मंदी दूर होने की उम्मीद है। पूजा की सामग्री की सुगंध से बाजार महकने लगे हैं। दुकानदार नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि त्योहारी सीजन में और भीड़ बढ़ने की आशंका है।

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4 नवंबर को मनाया जाएगा करवाचौथ

सुहाग की लंबी उम्र व कुशलता के लिए रखा जाने वाला व्रत करवा चौथ चार नवंबर को मनाया जाएगा। महिलाओं ने करवा चौथ की तैयारियां शुरू कर दी हैं। ज्वेलरी से लेकर, कपड़े और मेकअप सामग्री की बिक्री में इजाफा हुआ है। करवा चौथ से जुड़ा सामान जिन दुकानों पर बिक रहा है वहां सुबह से शाम तक भीड़ लगी हुई है। ऐसे में कई दिन पहले ही महिलाओं ने पार्लर की बुकिग करवा ली है।

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पुलिस की निगरानी नहीं तो बढ़ी लापरवाही

शुरूआत में कोरोना के खिलाफ सतर्कता बरतते हुए पुलिस प्रशासन ने लोअर बाजार में भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस जवान तैनात किए थे। लोगों को उचित शारीरिक दूरी बनाने और मास्क सही प्रकार से पहनने के लिए पुलिस कर्मी लोगों को जागरूक करते थे। प्रशासन की सख्ती हटने के बाद लोग मनमानी कर रहे हैं। ऐसे में लोगों की यह कोताही समाज पर भारी पड़ सकती है।

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