बिना टेट अंतिम बार होगी स्कूल लेक्चरर्स की भर्ती
राज्य के सरकारी स्कूलों में प्रवक्ता (स्कूल लेक्चरर न्यू) के 216 पद भरे जाएंगे। सरकार की मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, शिमला : राज्य के सरकारी स्कूलों में प्रवक्ता (स्कूल लेक्चरर न्यू) के 216 पद भरे जाएंगे। सरकार की मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें 50 फीसद पद सीधी भर्ती यानी कमीशन के माध्यम से व 50 फीसद पद पदोन्नति से भरे जाएंगे। शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर दिया है। एक-दो दिन के भीतर इसे कमीशन को भेज दिया जाएगा।
इस बार स्कूल लेक्चरर्स न्यू के पदों पर भर्ती पुराने भर्ती एवं पदोन्नति नियम (आरएंडपी रूल्ज) के तहत होगी यानी भर्ती के लिए टेट अनिवार्य नहीं होगा। उसके बाद जितनी भी भर्ती लेक्चरर न्यू के पदों पर होगी उसके लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) की शर्त अनिवार्य होगी। भविष्य में लेक्चरर लगने के लिए युवाओं को अब टेट अनिवार्य होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिक्षकों के लिए टेट अनिवार्य किया गया है। हिमाचल में अभी तक जेबीटी से लेकर टीजीटी शिक्षकों के लिए टेट अनिवार्य था। सचिव शिक्षा राजीव शर्मा ने कहा कि लेक्चरर न्यू के पदों को भरने की मंजूरी कैबिनेट से मिल चुकी है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। भर्ती प्रक्रिया में होनी थी देरी, इसलिए रोका प्रस्ताव
नई शिक्षा नीति के तहत टेट अनिवार्य किया गया है। शिक्षा विभाग ने इस मामले को कैबिनेट में रखा था। इस पर विस्तृत चर्चा भी हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो विभाग ने ही निर्णय लिया है कि इसे तभी नोटिफाई किया जाएगा जब पहले से मंजूर पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसलिए इस प्रस्ताव को फिलहाल रोका गया था। लेक्चरर पदों पर टेट की शर्त लागू होने के बाद भर्ती एवं पदोन्नति नियम में भी बदलाव करना पड़ेगा। इसकी प्रक्रिया लंबी है। विभाग इसमें संशोधन कर मामला सरकार और विधि विभाग को भेजेगा। संशोधन के लिए प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा। इसकी नोटिफिकेशन से लेकर अन्य तरह की औपचारिक्ताओं में पांच से छह माह लग जाते हैं। इसलिए इसे फिलहाल रोका गया था। सरकार ने शिक्षा विभाग में चार हजार पद भरने की मंजूरी दी है। इसमें कालेज लेक्चरर, स्कूल लेक्चरर, आचार्य संस्कृत, टीजीटी, तबला वादक, पीईटी और ड्राइंग मास्टर के पद शामिल हैं।