40 साल बाद लौटा घर रमेश, पूरी हुई स्वजनों की उम्मीद

चालीस साल पहले घर से रुष्ट होकर जाने वाले रमेश आखिककार घर लौट आये हैं रमेश के घर लौटने से पूरे गोव में खुशी का माहौल है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 12:33 PM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 12:33 PM (IST)
40 साल बाद लौटा घर रमेश, पूरी हुई स्वजनों की उम्मीद
40 साल बाद लौटा घर रमेश, पूरी हुई स्वजनों की उम्मीद

हरोली, जेएनएन। चार दशक से रमेश के स्वजनों को उनके घर वापसी की उम्मीद थी। उनकी उम्मीद पूरी हो गई और उनका अपने घर का बिछुड़ा सदस्य सालों बाद लौट आया है। इतने साल में अगर कुछ बदला है तो वह चेहरा और वक्त। युवा अवस्था में घर से गए रमेश अब उम्र के बीच के पड़ाव पर पहुंच चुके हैं। हरोली क्षेत्र के गोंदपुर जयचंद गांव का हर व्यक्ति आज इसलिए प्रसन्न है कि उनके गांव का चालीस साल पहले बिछुड़ा एक साथी आज फिर से उनके बीच है। 

लोगों द्वारा रमेश चंद के घर से रुष्ट होकर जाने के दस सालों बाद ही कई तरह के कयास लगाने शुरू कर दिए थे, लेकिन उनके कयास झूठे साबित हो गए। बुधवार को गोंदपुर जयचंद गांव में मुकेश व उसके स्वजनों ने उसकी देखभाल करने का पूरा जिम्मा उठाते हुए उसे अपने घर पर पनाह दी है। जैसे ही एक संस्था को रमेश का पता चला वैसे ही उसके चचेरे भाई सहित अन्य सदस्य भी लुधियाना पंजाब में पहुंच गए। अपनी पहचान बताते हुए लिखित तौर पर सारी औपचारिकताएं पूरी करते हुए रमेश को वर्षों बाद घर वापस लाया जा सका है। 
ऐसे पता चला
एक संस्था के सदस्यों ने इसका लाइव वीडियो बनाते हुए फेसबुक के जरिये शेयर किया जिसे विधानसभा हरोली के ही गांव बीटन के पवन धीमान ने देखा। बंधुआ मजदूर के तौर पर कार्य करने वाले व्यक्ति ने अपने घर के पते में गोंदपुर जयचंद का जिक्र किया। पवन धीमान ने उस वीडियो को क्षेत्रीय सदस्यों वाले ग्रुप में डाला। इस ग्रुप में रमेश के चचेरे भाई मुकेश कुमार अग्निहोत्री ने वीडियो देखा व इसकी जानकारी परिवार के सदस्यों को दी। अनूप, अरुण व मुकेश ने बताया कि वे वीडियो देखते ही लुधियाना गए। मनुखता दी सेवा संस्था के सदस्यों ने मोगा में जाकर रमेश को रेस्क्यू किया। 
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