शहर में तीन बहुमंजिला भवनों को खतरा, छह पेड़ गिरे

जिला शिमला में मंगलवार रात से हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 04:03 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 04:03 PM (IST)
शहर में तीन बहुमंजिला भवनों को खतरा, छह पेड़ गिरे
शहर में तीन बहुमंजिला भवनों को खतरा, छह पेड़ गिरे

जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला में मंगलवार रात से हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनने लगी है। शिमला से लेकर ऊपरी शिमला में बारिश व बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। कहीं पर वाहन बह गए तो कई स्थानों पर पुल। इससे लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। रास्ते बंद होने से बागवानों व किसानों की सेब व टमाटर की फसल भी फंस गई है।

शिमला के पंथाघाटी व संजौली के नार्थओक सहित कई स्थानों पर भूस्खलन से तीन बहुमंजिला भवनों पर खतरा मंडराने लगा है। चंडीगढ़ जाने वाली सड़क पर शोघी के समीप भूस्खलन से सुबह सड़क बाधित रही। प्रशासन ने इसे साफ कर वनवे कर दिया है, इसके बावजूद दूसरे राज्यों को जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।

गुम्मा खड्ड में बाढ़ आने के बाद पानी की पंपिग को पूरी तरह से बंद कर दिया है। वहीं गिरि परियोजना में भी गाद आने से पंपिग करनी पड़ी है। इससे दो दिन तक पेयजल संकट गहरा सकता है। बुधवार सुबह पंथाघाटी में भूस्खलन में एक वाहन मलबे में दब गया। तीन बहुमंजिला भवनों को खतरा पैदा हो गया। इसमें रेनबो नाम का भवन चार मंजिला है। जिला व निगम प्रशासन ने भवन को बचाने के लिए तिरपाल लगाने के अलावा अन्य इंतजाम कर दिए हैं। संजौली के नार्थओक में एक बहुमंजिला भवन को खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन ने नुकसान का जायजा लेने के लिए निगम के वास्तुकार सहित कनिष्ठ अभियंताओं की टीम को मौके पर भेज दिया है। इस भवन को कैसे बचा जा सकता है, इस पर भी काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास से लेकर अन्य स्थानों पर गिरे पेड़

शहर में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओकओवर से लेकर कनलोग, एडवांस स्टडी सहित अन्य स्थानों पर पेड़ गिरे हैं। इसी तरह से शहर में करीब छह से ज्यादा पेड़ गिर गए हैं। हालांकि अधिकतर पेड़ जंगल या रास्ते में गिरे हैं, इससे किसी भवन या जानमाल का कोई ज्यादा नुकसान होने की सूचना अभी तक सूचना नहीं है। प्रशासन की पेड़ों के नीचे न खड़े होने की सलाह

जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से लगातार ही लोगों को पहाड़ों के नीचे वाहन पार्क न करने या पेड़ों के नीचे न खड़े होने की सलाह दी जा रही है। शहर में कई सड़कें दिन में कई बार भूस्खलन होने से बाधित होती रहीं। कई स्थानों पर तो वाहनों की आवाजाही को भी वनवे करना पड़ा है। नुकसान की सूचना मिलते ही राहत कार्यो के लिए अधिकारियों की टीमों को मौके पर रवाना कर दिया है। लोगों को भी हिदायत दी है कि संवेदनशील स्थानों से दूर रहें।

- आदित्य नेगी, उपायुक्त शिमला। शहर में तीन भवनों को खतरा पैदा हो गया है। काफी पेड़ नीचे गिरे हैं। अधिकारी सूचना मिलते ही लोगों को राहत पहुंचाने के लिए पहुंच रहे हैं।

- शैलेंद्र चौहान, उपमहापौर नगर निगम शिमला।

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