मांगों के समर्थन में तकनीकी कर्मचारियों ने खोला मोर्चा
राज्य बिजली बोर्ड में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों ने मांगों के समर्थ
जागरण संवाददाता, शिमला : राज्य बिजली बोर्ड में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष दुनी चंद ठाकुर ने कहा कि संघ हमेशा बिजली बोर्ड के निजीकरण का विरोध करता आया है। संघ ने इस संदर्भ में भारतीय मजदूर संघ व अखिल भारतीय विद्युत मजदूर महासंघ के माध्यम से प्रधानमंत्री व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री को 25 जुलाई को पूरे देश के उपायुक्तों के माध्यम से ज्ञापन भेजे हैं। भविष्य में भी संघ इसका विरोध करेगा।
उन्होंने कहा कि 2010 में जो समझौता कर्मचारी संगठनों व सरकार ने किया था उसमें स्पष्ट है कि बिजली बोर्ड का निजीकरण नहीं किया जाएगा। इसके बावजूद सरकार ने उस समझौते का उल्लंघन किया है। उन्होंने सरकार से इस पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।
संघ के प्रदेश महामंत्री नेक राम ठाकुर ने ऊर्जा मंत्री से आग्रह किया कि वह बोर्ड प्रबंधन को सर्विस कमेटी की बैठक करने का आदेश दें ताकि तकनीकी कर्मचारियों के मसलों का समाधान निकल सके। अधिकारियों से बार-बार संपर्क करने पर मामलों को ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है। विद्युत मंडल बिलासपुर में कई माह पहले लाइनमैन हरि लाल लाल की ड्यूटी के दौरान नम्होल में मौत हो गई थी। बोर्ड के आदेशानुसार जब इस तरह की दुर्घटना होती है तो मृतक के आश्रितों को जो 10 लाख की राशि मिलनी थी वह नहीं दी गई है। उन्होंने प्रदेश सरकार व बोर्ड प्रबंधन से मांग की है कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए अन्यथा संघ ऐसे अधिकारियों का घेराव करेगा। इसकी रणनीति पांच फरवरी को पदाधिकारियों की बैठक में तैयार की जाएगी।