जिला परिषद बनाने के लिए राजनीति चरम पर
जागरण संवाददाता शिमला पंचायत चुनाव के बाद अब जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए लॉबिग
जागरण संवाददाता, शिमला : पंचायत चुनाव के बाद अब जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए लॉबिग तेज हो गई है। वीरवार को जिला परिषद के सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह होना है। इसके बाद कांग्रेस भवन में सभी सदस्यों की बैठक होनी है। वहीं कांग्रेस के पास भले ही आंकड़ा अध्यक्ष बनाने लायक है, इसके बावजूद भाजपा में भी निर्दलीय सदस्यों के दम पर जिला परिषद बनाने की कसरत चली है।
जिले में 24 जिला परिषद सदस्य हैं। इसमें से 12 कांग्रेस समर्थित, चार भाजपा समर्थित, तीन माकपा समर्थित व पांच निर्दलीय हैं। कांग्रेस के पास पूरा बहुमत है, इसलिए कांग्रेस नेताओं और विधायकों और सदस्यों में सहमति बनाकर चुनाव करवाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गंगू राम मुसाफिर की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है। कमेटी वीरवार को दोपहर के समय कांग्रेस भवन में बैठक करेगी। चंद्र प्रभा व प्रभा वर्मा के लिए लॉबिग रहे हैं समर्थक
कांग्रेस की ओर से ज्यूरी वार्ड से जीतीं चंद्र प्रभा नेगी व शिमला ग्रामीण की हलोग धामी वार्ड से जीतीं प्रभा वर्मा के लिए उनके समर्थकों ने लॉबिग शुरू कर दी है। इसमें से किसके हाथ कुर्सी लगती है ये तो बाद में तय होगा। पहले कांग्रेस को अपने पूरे कुनबे को एकजुट करना चुनौती होगी। भाजपा भले संख्या बल में कम हो, लेकिन राजनीति में कुर्सी को हथियाने के लिए हर तरह से प्रयास किए जाते रहे हैं। कांग्रेस के विधायक भी लगातार अपने हलके से ही किसी को कुर्सी तक पहुंचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बीडीसी के लिए भी जोड़तोड़ शुरू
बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनाने के लिए भी जोड़तोड़ शुरू हो गया है। बसंतपुर में बीडीसी बनाने के लिए कांग्रेस ने दावा किया है। भाजपा भी इसको लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। वहीं हीरानगर में भाजपा पूरा जोर लगा रही है। मशोबरा में भी दोनों ही राजनीतिक दल अध्यक्ष बनाने का दावा कर रहे हैं। रामपुर, रोहडू से लेकर जुब्बल-कोटखाई तक दोनों ही राजनीतिक दल अध्यक्ष बनाने के लिए प्रयासरत हैं।