कोरोना मरीजों के लिए फरिश्ता बनकर आए पुलिस कर्मी

-पेट्रोलिंग पर मौजूदा पुलिस के दो जवानों ने पीपीई किट पहन कर मरीज को स्ट्रेचर पर पहुंचाय

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 08:24 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:24 PM (IST)
कोरोना मरीजों के लिए फरिश्ता बनकर आए पुलिस कर्मी
कोरोना मरीजों के लिए फरिश्ता बनकर आए पुलिस कर्मी

-पेट्रोलिंग पर मौजूदा पुलिस के दो जवानों ने पीपीई किट पहन कर मरीज को स्ट्रेचर पर पहुंचाया अस्पताल जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए शिमला पुलिस के कर्मचारी फरिश्ता बनकर आए। दो कर्मचारियों ने पीपीई किट पहनकर 90 वर्षीय महिला को अस्पताल पहुंचाया। घटना 14 मई रात करीब 9:30 बजे की है।

संजौली के स्थानीय व्यक्ति ने पुलिस को फोन किया कि वर्धमान अपार्टमेंट में दो कोरोना पॉजिटिव लोगों की हालत काफी खराब हो रही है। उनके घर में कोई भी सदस्य नहीं है, जो उन्हें अस्पताल पहुंचा सके। कुछ देर बाद पार्षद ने भी पुलिस को फोन कर यही सूचना दी। महिला शीला देवी की हालत इतनी गंभीर है कि वह घर से एंबुलेंस तक भी पैदल नहीं आ सकती, जबकि 72 वर्षीय व्यक्ति चलने में सक्षम है। फोन करने वाले ने पुलिस को बताया कि महिला का आक्सीजन का स्तर लगातार गिर रहा है। संजौली चौकी इंचार्ज ने हेड कांस्टेबल तेजा सिंह और कांस्टेबल नीरज को मदद के लिए भेजा गया। दोनों ने मौके पर जाकर व्यक्ति से फोन पर संपर्क साधा। इसी बीच आइजीएमसी शिमला से एंबुलेंस भी वहां पर पहुंच गई। शीला देवी की हालत काफी खराब हो गई थी। रात के करीब 11:30 बज चुके थे। एंबुलेंस में कोई और सदस्य नहीं था जो पीपीई किट पहन कर घर जा सके। एंबुलेंस में अतिरिक्त पीपीई किट भी नहीं थी। पुलिस ने खुद पीपीई किट का प्रबंध किया। कांस्टेबल नीरज और रात को पेट्रोलिंग ड्यूटी में तैनात कांस्टेबल सुरेश ने पीपीई किट पहनी। दोनों ने बिना देर किए एंबुलेंस से स्ट्रेचर उठाया और महिला और व्यक्ति को रात एक बजे अस्पताल पहुंचाया। दोनों मरीजों को आइजीएमसी में भर्ती करवाया गया है।

पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला ने बताया कि जवानों का यह कार्य सराहनीय है। उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मचारी कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए डटे हुए हैं।

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