रिपन में फर्श पर बैठने के लिए मजबूर मरीज
राजधानी शिमला के रिपन अस्पताल में मरीज जमीन पर बैठने के लिए मजबूर हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इसके बावजूद क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में मरीजों को बैठने के लिए भी उपयुक्त व्यवस्था नहीं है। मरीज व तीमारदार ठंड सहने के लिए मजबूर हैं। लोगों को फर्श पर बैठ कर बारी का इंतजार करना पड़ता है। प्रशासन ने अभी तक बैठने का इंतजाम नहीं किए हैं।
इसके साथ ही मरीजों के साथ रहने वाले तीमारदारों को भी रात ठंड में गुजारनी पड़ रही है। अस्पताल के हर वार्ड में सुविधाओं का लोगों को आज तक इंतजार है। अस्पताल में रोजाना हजारों लोग आते हैं। अस्पताल में सुबह से शाम तक मरीजों की कतारें लगी रहती हैं। मेडिसन वार्ड में जहां पर सबसे ज्यादा भीड़ होती है, वहां पर भी बाहर काम चला है, यहां पर मरीजों को बारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। मरम्मत कार्य चला होने के कारण मरीजों को फर्श पर ही बैठना पड़ रहा है। ठंड के दौरान लोग घंटों ओपीडी के बाहर ठिठुरने के लिए मजबूर है। इससे लोगों का स्वास्थ्य और खराब होने की आशंका बन रही है।
अस्पताल में कई स्थानों पर बैंच न होने के कारण मरीजों व तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ओपीडी मेडिसन हो या फिर अन्य किसी विभाग की। सभी ओपीडी में मरीजों के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। शहर के बीच में अस्पताल होने के कारण यहां मरीजों का दवाब सबसे ज्यादा रहता है।
रिपन अस्पताल के एमएस डा. लोकेंद्र शर्मा ने कहा कि यहां पर अभी मरम्मत का काम चल रहा है। पूरा होते ही लोगों के बैठने के लिए बैंच पहले की तरह लग जाएंगे। इसके बाद मरीजों व तीमारदारों को समस्या का सामना नहीं करना पड़़ेगा।