बेसहारा मानसिक रोगी का सहारा बने आनी के प्रधान व सदस्य
बेसहारा मानसिक रोगी का सहारा कुल्लू जिला के आनी के प्रधान व वार्ड सदस्य बने हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : बेसहारा मानसिक रोगी का सहारा कुल्लू जिला के आनी के प्रधान व वार्ड सदस्य बने हैं। इंसानियत का फर्ज निभाते हुए उन्होंने घायल मानसिक रोगी को अस्पताल पहुंचाया और अस्पताल पहुंचने से लेकर दवाओं का खर्च भी उठाया। दो दिन पहले लुहरी में देर शाम सड़क किनारे घूम रहे एक मानसिक रोगी को एक वाहन ने टक्कर मारी और वाहन चालक मौके से फरार हो गया। मानसिक रोगी रात भर दर्द से कहराता रहा। सुबह के समय आनी की पंचायत बैहना के वार्ड सदस्य सुखराम ने चोटिल व्यक्ति की सूचना प्रधान विनोद को दी। साथ रहकर उन्होंने मरीज को 108 एंबुलेंस सेवा के जरिए रामपुर अस्पताल पहुंचाया। मरीज की टांग में फ्रेक्चर होने की वजह से उसे आइजीएमसी रेफर किया गया। आइजीएमसी के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई तो पंचायत प्रधान ने अपने खर्च पर टैक्सी करवाकर उसे आइजीएमसी भिजवाया और दवाओं के लिए राशि दी।
प्रधान विनोद का कहना है कि बेसहारा की मदद के लिए एसडीएम आनी से गुहार लगाई गई, उन्होंने मरीज की मदद के लिए 15 हजार रुपये की राशि जारी की है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीज के आपरेशन के लिए 50 से 60 हजार का खर्च बताया जा रहा है। राज्य मेंटल हेल्थ अथारिटी के सदस्य व उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने कहा कि अगर कोई बेसहारा मनोरोगी को घायल कर भाग गया तो उसे बचाने वाले मसीहाओं की भी कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान व सदस्य जैसे मददगार समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने बताया कि आइजीएमसी के एमएस से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने मरीज की यथासंभव मदद करने का आश्वासन दिया है।