कोरोना मरीजों के लिए बना अलग ऑपरेशन थियेटर

जागरण संवाददाता शिमला प्रदेश के बड़े अस्पताल आइजीएमसी में कोरोना मरीजों के लिए नया ऑपर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 04:35 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 04:35 PM (IST)
कोरोना मरीजों के लिए बना अलग ऑपरेशन थियेटर
कोरोना मरीजों के लिए बना अलग ऑपरेशन थियेटर

जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के बड़े अस्पताल आइजीएमसी में कोरोना मरीजों के लिए नया ऑपरेशन थियेटर शुरू किया गया है। गंभीर स्थिति में ऑपरेशन करवाने वाले मरीजों को ई-ब्लॉक में स्पेशल ऑपरेशन थियेटर की सुविधा दी गई है। गंभीर स्थिति के मरीजों का पहले कोरोना टेस्ट किया जाता है। पॉजिटिव आने के बाद अगर मरीज को ऑपेरशन की जरूरत पड़ती है तो इस ओटी में उसका ऑपरेशन किया जाएगा। इससे अस्पताल स्टाफ भी संक्रमण से बच सकता है।

आइजीएमसी में इन दिनों कोरोना के दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं। आइजीएमसी के मेडिसिन स्टोर इंचार्ज डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि गंभीर मरीजों को सुविधा देने के लिए प्रशासन ने अलग ओटी शुरू करने का फैसला लिया है। अब तक अस्पताल में 482 ऐसे कर्मचारी हैं जो कि पॉजिटिव हुए हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों में मरीजों के ऑपरेशन से पहले कोरोना टेस्ट किया जाता है ताकि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों व स्टाफ को संक्रमण से बचाया जा सके। ऐसे मरीजों का ऑपरेशन नए ओटी में होगा, जहां डॉक्टर पीपीई किट के साथ ऑपरेशन करेंगे।

एक साल में लगी तीन लाख से अधिक ओपीडी

आइजीएमसी में कोरोना काल से लेकर अब तक करीब साढ़े तीन लाख से ज्यादा की ओपीडी लगाई जा चुकी है। आइजीएमसी में कोरोना के साथ नॉन कोविड मरीजों को भी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं। पिछले एक साल में अस्पताल में 18 हजार मेजर ऑपरेशन, 2200 कार्डिक स्टंट, 125 बाईपास सर्जरी 299 डायलिसिस किए गए। साथ ही कैंसर के मरीजों का भी इलाज जारी रहा।

कोविड मरीज का एक दिन का खर्च 20 हजार

प्रशासन का कहना है कि अस्पताल में भर्ती गंभीर कोरोना मरीज का एक दिन का खर्च करीब 20 हजार आता है, जिसे सरकार वहन कर रही है। मौजूदा समय में अस्पताल में करीब 300 मरीज दाखिल हैं, जिन का इलाज चल रहा है। मरीजों को समय पर दवा और भोजन के साथ पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है।

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