दो महीने बाद शुरू हुई रिपन की ओपीडी

रिपन अस्पताल में सोमवार को दो माह बाद ओपीडी शुरू हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 04:35 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 04:35 PM (IST)
दो महीने बाद शुरू हुई रिपन की ओपीडी
दो महीने बाद शुरू हुई रिपन की ओपीडी

जागरण संवाददाता, शिमला : अस्पताल के मेन गेट पर लोगों की आवाजाही जारी थी। लोग पर्ची बनवाने के लिए काउंटर की ओर जा रहे थे। वहीं, कुछ मरीज हाथ में पर्ची लिए टेस्ट व चेकअप करवाने के लिए पुराने भवन की ओपीडी की ओर बढ़ रहे थे। दो महीने बाद रिपन की ओपीडी शुरू होने के पहले दिन सोमवार को पर्ची काउंटर पर भीड़ नहीं थी। लोग बिना भीड़ के आराम से पर्ची बनाते हुए दिखाई दिए। ओपीडी शुरू होने से मरीजों को राहत मिली है।

मेडिसिन ओपीडी में दोपहर तक करीब 25 लोग चेकअप करवाने पहुंचे। वहीं, ईएनटी और आइ ओपीडी में लोगों कम पहुंचे। रिपन में 18 अप्रैल को कोरोना मरीजों को भर्ती करना शुरू किया गया तो ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई थीं। सोमवार से मेडिसिन, आइ, ईएनटी, पीडीएट्रिक सहित डेंटल ओपीडी शुरू हो गई है। वहीं, अस्पताल के सभी वार्ड भी सैनिटाइज करवारकर मरीजों के लिए तैयार कर दिए गए हैं। अस्पताल के एमएस डा. रविद्र मोक्टा का कहना है कि मरीजों को सुविधा देने के लिए ओपीडी सहित अन्य सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं शुरू कर दी गई हैं। तीन दिन से लगातार अस्पताल के सभी कमरों को सैनिटाइज करवाया गया है ताकि संक्रमण फैलने की आशंका न रहे।

वहीं, ओपीडी के लिए डाक्टरों की सुचारू रूप से ड्यूटी लगाई गई है। इसके लिए नया रोस्टर तैयार किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क पहनें और कोरेाना से बचाव के लिए सुझाए गए दिशार्निदेशों का पालन करें ताकि कोरोना के फैलाव को रोका जा सके। स्किन, गायनी की ओपीडी शुरू होने का इंतजार

अस्पताल में कई महीने से स्किन और गायनी विशेषज्ञ डाक्टर के पद खाली हैं। कोरोना समर्पित अस्पताल बनने के कारण खासकर इन विभागों के डाक्टरों की जरूरत नहीं पड़ी। अब ओपीडी शुरू हो गई है तो इन विशेषज्ञ डाक्टरों की जरूरत है। अस्पताल में डिलीवरी केस भी आते हैं। गायनी के विशेषज्ञ डाक्टर न होने की वजह से उन्हें केएनएच भेजना पड़ेगा। वहीं, स्किन ओपीडी में भी डाक्टर की कमी के कारण मरीजों को आइजीएमसी का रुख करना होगा। इसलिए लोगों को स्किन व गायनी की ओपीडी शुरू होने का इंतजार है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इन पदों को भरने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा है लेकिन तब तक मरीजों को इन ओपीडी के लिए इंतजार करना होगा।

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