शहर में अब कारोबारियों के चुनाव 14 नवंबर को
अलग-अलग धड़ों में बंटे कारोबारी 14 नवंबर को चुनाव करवा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : अलग-अलग धड़ों में बंटे कारोबारी 14 नवंबर को चुनाव करवा सकते हैं। इसके लिए कारोबारियों के एक धड़े ने चुनाव करवाने की पूरी तैयारी कर ली है। उनका तर्क है कि कारोबारियों की मांग पर चुनाव करवाने की जरूरत है, लेकिन त्योहारी सीजन होने के कारण इसे 14 नवंबर को करवाने की तैयारी चल रही है।
कारोबारियों का तर्क है कि कोरोना के चलते व्यापारी पहले ही आर्थिक मंदी के दौर को झेल रहे हैं। ऐसे में त्योहारी सीजन सीजन के खत्म होने के बाद ही चुनाव बारे फैसला लिया है। इस दौरान तक नवरात्र, दशहरा, दीवाली में व्यापारी अपना कारोबार कर कमाई कर सकेंगे।
शिमला व्यापार मंडल के पूर्व महासचिव संजीव ठाकुर और राज कुमार अग्रवाल ने कहा कि शिमला व्यापार मंडल का गठन चुनाव के माध्यम से होगा। इसलिए नवंबर में त्योहारी सीजन के खत्म होने के बाद ही चुनाव करवाए जाएंगे। सहमति से चुने गए व्यापार मंडल को मानने से कारोबारी इन्कार कर रहे हैं। पूर्व चुनाव कमेटी पर साधा निशाना
कारोबारियों ने पूर्व चुनाव कमेटी के सदस्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि कमेटी की मिलीभगत से ही ये व्यापार मंडल चुना गया है। पहले से ही कारोबारियों को गुमराह करने की साजिश रची जा रही थी, इसे कारोबारी सहन नहीं करेंगे। संजीव ठाकुर ने कहा कि मतदान से ही शिमला व्यापार मंडल का गठन होगा, शहर के तीन हजार कारोबारी मतदान का प्रयोग कर अपने कारोबारी नेता का चुनाव करेंगे। व्यापारियों की समस्याएं जानने के बाद ही करूंगा आगामी काम
वहीं शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष हरजीत सिंह मंगा ने कहा कि वह कारोबारियों के बीच जाकर लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं। शहर में व्यापारियों को क्या दिक्कतें पेश आ रही हैं, इसे जानने के बाद ही आगामी काम किए जाने हैं।