कर्फ्यू न लॉकडाउन, उद्योग व पर्यटन पर ध्यान
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आश्वस्त के बाद प्रदेश में स्थित उद्योगों के प्र
राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आश्वस्त के बाद प्रदेश में स्थित उद्योगों के प्रबंधकों ने राहत की सांस ली है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगेगा और न ही कर्फ्यू लगाने की नौबत है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र में 30 फीसद से अधिक दवा उत्पादन होता है। सबसे बड़ी बात यह है कि अधिकांश उद्योगपति हरियाणा के यमुनानगर, नारायणगढ़, पंचकूला और चंडीगढ़ में रहते हैं। इसके अलावा हिमाचल में पर्यटन क्षेत्र में दस लाख लोग रोजगार मिला हुआ है।
पिछले वर्ष की तरह सरकार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में औद्योगिक श्रमिकों के लिए किसी प्रकार की शर्त नहीं लगा रही है। इसी तरह से दूसरे राज्यों से आने-जाने वाले औद्योगिक कर्मचारियों व श्रमिकों के लिए भी कोई शर्त फिलहाल नहीं है।
इस बार लॉकडाउन लगा तो राज्य में औद्योगिक गतिविधियां पूरी तरह से चौपट हो जाएंगी। इसलिए अंतरराज्यीय लॉकडाउन लगाने से पहले प्रदेश सरकार को गंभीरतापूर्वक विचार करना पड़ेगा। प्रदेश के अधिकांश औद्योगिक कर्मचारी चंडीगढ़, पंचकूला के अलावा पावंटा साहिब, कालाअंब के लिए हरियाणा के सीमावर्ती क्षेत्रों से आवागमन करते हैं। इसलिए दूसरे राज्यों से अभी तक हिमाचल में आने के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट के साथ आने-जाने की कोई शर्त नहीं है।
- कर्नल शैलेश अग्रवाल, अध्यक्ष भारतीय उद्योग परिसंघ हिमाचल प्रदेश।
प्रदेश का हर उद्योगपति आश्वस्त रहे कि सरकार औद्योगिक उत्पादन को किसी प्रकार से प्रभावित नहीं होने देगी। औद्योगिक कामगारों के लिए किसी प्रकार की कोई शर्त नहीं है और न ही रहेगी। औद्योगिक कामगार उद्योग से अपने निवास तक सीमित रहता है और उसकी समाज में बहुत अधिक सक्रियता से आवागमन नहीं होता।
- बिक्रम सिंह, उद्योग मंत्री।