साल बाद कालेज छोड़ा तो मिलेगा सर्टिफिकेट, बेकार नहीं जाएगी पढ़ाई

हिमाचल के कालेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। कालेज में एक साल की पढ़ाई बर्बाद नहीं होगी। एक साल बाद सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 11:23 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 11:23 PM (IST)
साल बाद कालेज छोड़ा तो मिलेगा सर्टिफिकेट, बेकार नहीं जाएगी पढ़ाई
साल बाद कालेज छोड़ा तो मिलेगा सर्टिफिकेट, बेकार नहीं जाएगी पढ़ाई

जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल के कालेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। स्नातक डिग्री करने के पहले ही साल यदि छात्र किसी कारणवश पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं तो उनका एक साल बर्बाद नहीं होगा। एक साल बाद उन्हें सर्टिफिकेट मिलेगा। यदि कोई विद्यार्थी दो साल बाद पढ़ाई छोड़ता है तो उसे डिप्लोमा मिलेगा। तीन साल बाद डिग्री और चार साल बाद इंटिग्रेटेड डिग्री मिलेगी।

नई शिक्षा नीति में इसका प्रविधान किया गया है। इसे मौजूदा शैक्षणिक सत्र 2021-22 से लागू किया जाएगा। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने शनिवार को इस संबंध में वर्चुअल बैठक की। बैठक में 20 कालेजों के प्रधानाचार्यो ने भाग लिया। प्रधानाचार्यो को निर्देश दिए कि वे सोमवार तक कमेटियों का गठन करें। शिक्षा निदेशालय में 20 से 30 नवंबर तक इसकी रोजाना समीक्षा की जाएगी। दिसंबर के पहले सप्ताह में नई शिक्षा नीति के तहत एक ठोस प्रस्तावना सरकार व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को भेजी जा सकेगी। बैठक में अतिरिक्त निदेशक डा. प्रमोद चौहान, संयुक्त निदेशक डा. आशीथ कुमार मिश्रा, डा. हरीश कुमार अवस्थी और अधीक्षक कालेज शाखा नारायण दास गर्ग व नीलम शर्मा उपस्थित रहीं। मल्टीपल एंट्री व एग्जिट सिस्टम होगा लागू

नई शिक्षा नीति में शिक्षा के क्षेत्र में पहली बार मल्टीपल एंट्री और एग्जिट सिस्टम को लागू किया जा रहा है। इसके साथ ही तीन और चार साल के दो अलग-अलग तरह के डिग्री कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। इनमें नौकरी करने वालों के लिए तीन साल का कोर्स होगा, जबकि शोध के क्षेत्र में रूचि रखने वालों को चार साल का डिग्री कोर्स करना होगा। शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने कहा कि सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री मिलने से छात्रों को बहुत फायदा होगा जिनकी किसी कारणवश पढ़ाई बीच में छूट जाती है।

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