आचार संहिता लगने से रद हुआ निगम का हाउस
नगर निगम शिमला का हाउस सोमवार को आचार संहिता लगने के कारण रद हो गया।
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला का हाउस सोमवार को आचार संहिता लगने के कारण रद हो गया। सोमवार सुबह उपचुनाव की घोषणा होने के बाद आचार संहिता से बचत भवन में निगम का तय हाउस नहीं हो पाया। अब फैसला लिया गया कि चुनाव आयोग से अनुमति लेने के बाद निगम हाउस करवाने के लिए नई तारीख तय करेगा।
मंगलवार दोपहर बाद होने वाले हाउस के लिए महापौर व उपमहापौर से लेकर लेकर पार्षद व अधिकारी मौजूद रहे, लेकिन आचार संहिता के कारण हाउस शुरू नहीं किया गया। ऐसे में बिना फैसले के पार्षदों को लौटना पड़ा। बताया जा रहा है कि पहले के समय में आचार संहिता लगने पर तत्कालीन आयुक्त चुनाव आयोग से विशेष मंजूरी लेकर सदन करवाते थे।
महापौर सत्या कौंडल का कहना है कि उपचुनाव की घोषणा सोमवार सुबह होने के कारण पार्षदों को सदन न होने की जानकारी नहीं दी गई। चुनाव आयोग का सम्मान करते हुए अब नियमों के तहत हाउस करवाया जाएगा। इस संदर्भ में आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि चुनाव आयोग से पत्र के माध्यम से विशेष हाउस बुलवाने की मांग की जाए।
महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि बरसात के मौसम में निगम की परिधि में जगह-जगह भूस्खलन के कारण काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में इमरजेंसी मामलों के निपटारे के लिए विशेष सदन को बुलवाने की मांग की जाएगी। हाउस के लिए विभिन्न वार्डो के पार्षद आनलाइन भी जुड़े थे। निगम हाउस पर नहीं पड़ना चाहिए आचार संहिता का प्रभाव
कांग्रेस समर्थित पार्षद इंद्रजीत सिंह का कहना है कि शिमला में उपचुनाव महज जुब्बल-कोटखाई में होने वाले हैं। ऐसे में शिमला नगर निगम पर आचार संहिता का असर नहीं पड़ना चाहिए। निगम हाउस की कार्रवाई को नहीं रोकना चाहिए था। हाउस न होने की सूचना निगम प्रशासन को पहले की जारी कर देनी चाहिए थी ताकि पार्षदों सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को समय बर्बाद न होता। उनका कहना है कि निगम में उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर निगम जवाब देने से पीछे हट रहा है, इसलिए आचार संहिता के बहाने से हाउस नहीं करवाया गया।