आयुर्वेद विभाग के उपकरण खरीद घोटाले में कई अफसर होंग चार्जशीट Shimla News

चिकित्सा उपकरणों की खरीद में सामने आए घोटाले में तकनीकी कमेटी के तीन चिकित्सकों व जैम पोर्टल का संचालन करने वाले वरिष्ठ सहायक को चार्जशीट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

By Edited By: Publish:Sat, 07 Sep 2019 10:05 PM (IST) Updated:Sun, 08 Sep 2019 11:56 AM (IST)
आयुर्वेद विभाग के उपकरण खरीद घोटाले में कई अफसर होंग चार्जशीट Shimla News
आयुर्वेद विभाग के उपकरण खरीद घोटाले में कई अफसर होंग चार्जशीट Shimla News

शिमला, जेएनएन। आयुर्वेद विभाग में चिकित्सा उपकरणों की खरीद में सामने आए घोटाले में तकनीकी कमेटी के तीन चिकित्सकों व जैम पोर्टल का संचालन करने वाले वरिष्ठ सहायक को चार्जशीट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार का कार्मिक विभाग चार्जशीट ड्राफ्ट को पुख्ता करने में जुट गया है। उसके बाद कमेटी के सदस्यों के साथ जैम पोर्टल इंचार्ज को चार्जशीट थमाई जाएगी। चार्जशीट ड्राफ्ट मुख्य सचिव की ओर से कार्मिक विभाग के पास पहुंच गया है। इसमें कानूनी खामियां दूर करने के लिए वैटिंग कार्य होगा।

उसके बाद तकनीकी कमेटी में शामिल कांगड़ा जोन के उपनिदेशक डॉ. तेजस्वी विजय आजाद, जिला शिमला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. केडी शर्मा व जिला शिमला के संधू में तैनात उपमंडल आयुर्वेद अधिकारी डॉ. शैली बंसल चार्जशीट होंगे। जैम पोर्टल संचालित करने वाले वरिष्ठ सहायक राजेश कुमार कौशल का नाम भी ड्राफ्ट चार्जशीट में शामिल है। इससे पहले सरकार ने आयुर्वेद घोटाले में विभाग के पूर्व निदेशक संजीव भटनागर को चार्जशीट किया था। घोटाला उजागर होते ही सरकार ने तकनीकी कमेटी को निलंबित कर दिया था। इस कमेटी में डॉ. तेजस्वी विजय आजाद, डॉ. केडी शर्मा व डॉ. शैली बंसल शामिल है।

सरकार ने संजीव भटनागर को आयुर्वेद विभाग से तुरंत हटाया था। इससे पूर्व जैम पोर्टल संचालित करने वाले वरिष्ठ सहायक राजेश कुमार कौशल को एक दिन के लिए निलंबित किया गया था। क्या था घोटाला इस वर्ष के शुरू में आयुर्वेद विभाग में 11 चिकित्सा उपकरणों की खरीद हुई थी। खरीद लोकसभा चुनाव के दौरान हुई थी। उस समय 2.25 करोड़ रुपये का हेड बदल कर चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया। हथकरघा एवं हस्तशिल्प निगम का रेट कांट्रेक्ट बनाया गया मगर चिकित्सा उपकरणों की खरीद जैम पोर्टल से की गई। दैनिक जागरण ने उठाया था मामला दैनिक जागरण ने आयुर्वेद विभाग में व्याप्त गड़बड़झाले का मामला प्रमुखता से उठाया था। इस साल 23 जून से सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित किए गए। मामले को परत-दर-परत प्रदेश के लोगों के समक्ष रखा। उसके बाद सरकार ने हरकत में आते हुए एक के बाद एक कार्रवाई की थी।

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