पहाड़ों की रानी पर्यटकों से गुलजार हुई, बाजार में रौनक लगी
पहाड़ों की रानी शिमला में वीकेंड पर फिर पर्यटकों की आवाजाह
जागरण संवाददाता, शिमला : पहाड़ों की रानी शिमला में वीकेंड पर फिर पर्यटकों की आवाजाही लगातार बढ़ रही है। एक महीने पहले जहां आक्यूपेंसी 40 से 50 फीसद रह रही है वहीं वीकेंड पर यह बढ़कर 100 फीसद तक पहुंच गई है। इस कारण शिमला शहर के होटल पैक हो गए हैं। शहर में होटल पैक होने के चलते कुछ पर्यटकों को आसपास के क्षेत्रों में होमस्टे लेकर रहना पड़ रहा है।
शिमला में बारिश का दौर कम होने के बाद पर्यटकों की आवाजाही बढ़ी है। बारिश के कारण भूस्खलन के डर से पर्यटकों की आवाजाही कम रहती है लेकिन मानसून सीजन के जाने के बाद हिल्सक्वीन में चहल पहल और बढ़ने लगी है। रविवार को पर्यटक परिवार व दोस्तों के साथ मस्ती करने शिमला पहुंचे। पर्यटक रिज पर मालरोड पर सेल्फी लेते नजर आए। पर्यटक कोरोना के प्रति जारी किए गए दिशा निर्देशों की पालना करते हुए शिमला पहुंच रहे हैं। शिमला में पंजाब, हरियाणा, यूपी के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से पर्यटक शिमला घूमने पहुंच रहे हैं। नवरात्र के दौरान पश्चिम बंगाल से पर्यटकों की आवाजाही बढ़ जाती है।
दूसरी ओर होटल कारोबारियों ने आक्यूपेंसी बढ़ने से राहत की सांस ली है। शिमला होटल एसोसिएशन के सलाहकार हरनाम कुकरेजा का कहना है कि होटल कारोबार पिछले डेढ़ साल से मंदी की मार झेल रहा था। पहली लहर के दौरान होटल बंद कर दिए गए तो स्टाफ की सेलरी सहित अन्य खर्चे निकालना मुश्किल हो गया था। अब स्थितियां सामान्य हो रही हैं। मानसून के जाने के बाद पर्यटकों की संख्या में ईजाफा हो रहा है। इससे कारोबार में भी उछाल आएगा।
गर्मी से राहत पाने पहुंचते हैं पर्यटक
मैदानी ईलाकों में पड़ रही गर्मी से राहत पाने के लिए पर्यटक 12 माह शिमला का रूख करते हैं। बरसात के दिनों में शिमला की खूबसूरती दोगुनी हो जाती है, लोग ऑनलाइन बुकिग कर शिमला सहित अन्य रमणीय स्थानों में घूमने के लिए परिवार व दोस्तों सहित पहुंचते हैं। पर्यटक शिमला सहित नारकंडा, कुफरी, फागू सहित नालदेहरा घूमने पहुंचते हैं। वहीं शिमला में पर्यटक जाखू रोपवे से आवाजाही करना भी काफी पसंद करते हैं।
स्थानीय लोगों का चमका कारोबार
छुट्टी का दिन मनाने के लिए रविवार को स्थानीय लोगों ने भी बाजार का रुख किया । लोअर बाजार सहित माल रोड पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों की आवाजाही रही। त्योहारी सीजन में स्थानीय लोगों का कारोबार भी चमका है। पर्यटकों के आने से उनके कारोबार में वृद्धि हो रही है।