दुग्ध उत्पादों में मैलामाइन के प्रयोग पर लगे प्रतिबंध

दुग्ध उत्पादों अन्य खाद्य पदार्थों तथा पशु आहारों में मैलामाईन की मिलावट रोकने बारे सांसद रामस्वरूप शर्मा ने शून्यकाल में लोकसभा में मामला उठाया। उन्होंने कहा कि मैलामाइन को 1

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 09:44 PM (IST) Updated:Thu, 21 Nov 2019 09:44 PM (IST)
दुग्ध उत्पादों में मैलामाइन के प्रयोग पर लगे प्रतिबंध
दुग्ध उत्पादों में मैलामाइन के प्रयोग पर लगे प्रतिबंध

जागरण संवाददाता, मंडी : दुग्ध उत्पादों, अन्य खाद्य पदार्थो तथा पशु आहारों में मैलामाइन की मिलावट रोकने के लिए सांसद रामस्वरूप शर्मा ने शून्यकाल में लोकसभा में मामला उठाया। उन्होंने कहा मैलामाइन सफेद रंग का पाउडर होता है। इसका प्रयोग प्लास्टिक उद्योग में उत्पाद व टाइलें बनाने में किया जाता है। मैलामाइन धीमा जहर है। इसके मिलाने से प्रोटीन की मात्रा अधिक दिखती है। मिलावटी खाद्य पदार्थो के उपयोग से गुर्दे की पथरी व कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा होता है। 2008 में चीन में मैलामाइन युक्त दूध के उपयोग से हजारों बच्चे बीमार हो गए थे। व‌र्ल्ड हैल्थ ऑर्गेनाइजेशन व फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ द यूनाइटेड नेशन ने भी खाद्य पदार्थो में मैलामाइन की मिलावट पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं है। मैलामाइन की मिलावट रोकने के लिए एफएसएसएआइ द्वारा निर्धारित मात्रा को पूर्णतया समाप्त किया जाए।

chat bot
आपका साथी