मज्याठ-टुटू वार्ड को मिलेगा अतिरिक्त पानी

शहर में नगर निगम के दो वार्डो को शनिवार से पानी की समस्या खत्म होने की उम्मीद बंध गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 05:47 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 05:47 PM (IST)
मज्याठ-टुटू वार्ड को मिलेगा अतिरिक्त पानी
मज्याठ-टुटू वार्ड को मिलेगा अतिरिक्त पानी

जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में नगर निगम के दो वार्डो को शनिवार से पानी की समस्या खत्म होने की उम्मीद बंध गई है। शुक्रवार को शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड (एसजेपीएनएल) के अधिकारियों के साथ पार्षद दिवाकर दत्त शर्मा की बैठक हुई। इसमें जल शक्ति विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में फैसला लिया गया कि इन क्षेत्रों की पानी की समस्या को खत्म करने के लिए यहां के लोगों के लिए निगम की ओर से रोजाना एक घंटे के लिए पानी की सप्लाई छोड़ी जाएगी। इससे उम्मीद है कि आने वाले समय में यहां पर पानी की समस्या का सामना आम लोगों को नहीं करना पड़ेगा।

अभी नगर निगम का हिस्सा होने के बावजूद दोनों ही वार्डो की ये स्थिति है कि यहां पर पानी की सप्लाई पांचवें से छठे दिन मिलती है। इससे लोगों को पानी स्टोर करना मजबूरी हो गया है। कहीं किसी दिन सप्लाई के बावजूद घर पर तकनीकी कारणों से पानी नहीं आया तो पानी के लिए 10 दिन तक का इंतजार करना पड़ता है। इसे दूर करने के लिए लंबे समय से पार्षद मांग कर रहे थे। हर बार एसजेपीएनएल की ओर से आश्वासन दिया जाता था, लेकिन राहत नहीं मिल रही थी। अब शुक्रवार को फिर से बैठक के बाद फैसला लिया है कि शनिवार से ही एक घंटे की अतिरिक्त सप्लाई टैंक में छोड़ दी जाएगी। 2016 से पानी की लिफ्टिंग बंद हुई थी। पीलिया फैलने के चलते यहां पानी संक्रमित पाया गया था। शहर का हिस्सा होने के बावजूद जल शक्ति विभाग के ज्यादा कनेक्शन

शहर का हिस्सा होने के बावजूद इन क्षेत्रों में अभी तक जलशक्ति विभाग के कनेक्शन लोगों के घरों में ज्यादा हैं। निगम की ओर से काफी कम कनेक्शन यहां पर दिए गए हैं। जिन लोगों के घरों में कनेक्शन हैं वे भी काफी कम हैं। ऐसे में अधिकतर क्षेत्र में लोगों को पानी की कमी से जूझना ही पड़ता था। 2016 के बाद से बढ़ी है समस्या

इन दोनों क्षेत्रों में पेयजल संकट 2016 में शहर में पीलिया फैलने के बाद गहराया। इन दोनों वार्डो के लिए जिस स्त्रोत से पानी उठाया जाता था, वहां का पानी संक्रमित होने पर लिफ्ट करना बंद कर दिया था। इससे पेयजल की आपूर्ति कम हो गई। इसके बाद से लगातार ही पानी की समस्या बढ़ रही है। अब इसका हल निकलता नजर आ रहा है।

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