बरसात की पहली बारिश का कहर, विकासनगर में घरों में भरा मलबा
शिमला शहर में बरसात की पहली बारिश के दौरान ही लोगों के घरों में मलबा व पानी घुस गया।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में बरसात की पहली बारिश के दौरान ही लोगों के घरों में पानी भरने लगा है। कोरोना के कारण नगर निगम प्रशासन शहर में सफाई व्यवस्था बनाने में लगा रहा लेकिन नालों की सफाई का काम नहीं हो सका। इसका खामियाजा विकासनगर में भवन मालिक को भुगतना पड़ा। भवन में ऊपर के रास्ते से पूरा मलबा घरों में भर गया।
भवन मालिक से लेकर किरायेदारों के घरों में पानी व मलबा आ गया। भवन मालिक लीला ठाकुर, गिरी राज ठाकुर सहित स्थानीय निवासी श्वेता ने आरोप लगाया कि इस मामले में प्रशासन को पहले ही बता दिया गया था लेकिन पानी की निकासी की सही व्यवस्था नहीं की गई है। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। नाले पूरी तरह साफ न होने से रास्तों में पानी बहने के अलावा नालियां भी ब्लाक हो रही हैं। उन्होंने मांग की है कि स्थानीय पार्षद व निगम के अधिकारी मौके का निरीक्षण करें। पानी की निकासी की व्यवस्था सही तरीके से की जाए। निकासी की व्यवस्था में सुधार से पूरी बरसात काटी जा सकेगी, दूसरी स्थिति में तो पूरे घरों को भी खतरा है।
दूसरी तरफ हाईकोर्ट के समीप डंगे से पत्थर गिरना शुरू हो गए हैं। इससे किसी भी समय नुकसान की आशंका बनी है। विधानसभा के नजदीक ही पेड़ गिर गया है। हालांकि इस बार निगम की ट्री कमेटी ने काफी पेड़ों का निरीक्षण तो किया लेकिन शहर में पेड़ हर बरसात में भारी संख्या में गिरते हैं। शहर के बाजारों से लेकर रिहायशी इलाकों में गलियों में नालियां ब्लाक होने के कारण पानी सड़कों व रास्तों से बह रहा है। इससे आम लोगों को चलना मुश्किल हो रहा है। वहीं, घरों तक में पानी भरने की आशंका सता रही है।
------------ शिमला शहर में नाले बंद होने के कारण जलभराव की स्थिति पैदा न हो, इसलिए सभी नालों की सफाई का काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
-सत्या कौंडल, मेयर, नगर निगम शिमला