लिवर को नहीं भाता पैक्ड फूड, बासा खाना
यादवेन्द्र शर्मा शिमला बासा खाना और पैक्ड फूड लिवर (यकृत) के लिए बहुत बड़ा खतरा है
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला
बासा खाना और पैक्ड फूड लिवर (यकृत) के लिए बहुत बड़ा खतरा है, जो लोगों के लिए बीमारियों का घर बना रहा है। शराब के बाद ये लिवर को खराब करने के सबसे बड़े कारण बन रहे हैं। पैक्ड फूड में पड़ने वाले केमिकल सीधे लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं और अन्य बीमारियों के भी कारण बनते हैं। शराब पीने से लिवर खराब होता है, लेकिन बासा खाना, पैक्ड फूड और वसायुक्त भोजन का सेवन लिवर संबंधी बीमारियों की वजह बन रहा है। इन दिनों शराब न पीने वाले ऐसे मरीज सामने आ रहे हैं जो फैटी लिवर और लिवर की समस्या से संबंधित रोग की चपेट में आ रहे हैं। दो साल में ऐसे मामले काफी तेजी से बढ़े हैं।
लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है। यह रक्त से विषैले पदार्थों को निकालने का काम करता है। ऐसे में यह बीमारियों को दूर करने में सहायक है। लिवर शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और रक्तचाप सही रखता है, जिससे अन्य बीमारियों के होने की संभावना कम रहती है। यही कारण है कि डाक्टर भी पूरी तरह से फिट रहने के लिए लिवर को स्वस्थ रखने की सलाह देते हैं। लोगों की दिनचर्या और खान-पान की आदतों में रहा परिवर्तन बीमारियों की ओर धकेल रहा है। लौंग, दालचीनी व हरा धनिया करता है लिवर साफ
लौंग, दालचीनी और हरा धनिया लिवर को साफ करने का काम करता है। एक लौंग और एक चौथाई छोटा चम्मच दालचीनी लिवर की सफाई करता है। लिवर के लिए मूली का अचार, हरि सब्जियां भी बहुत लाभदायक है।
यह आवश्यक है
-लिवर को स्वस्थ रखने के लिए दो से तीन लीटर पानी प्रतिदिन पीएं
-नींबू का रस पित्त की उस उत्पत्ति में सहायक होता है जो शरीर से विषाक्त पदार्थो को निकालने में सहायक होता है
-रेशायुक्त फलों व सब्जियों का सेवन
-कैफेन वाले पेय पदार्थो का कम इस्तेमाल
-लहसुन में एलिसिन व सिलेनिसम पाए जाते हैं जो लिवर को विषाक्त पदार्थो के कारण होने वाले नुकसान से बचाते हैं
-लौकी, हल्दी, धनिया, गिलोय और सेंधा नमक वाला जूस लाभदायक होता है -----------
इन दिनों फैटी लिवर या लिवर से संबंधित अन्य समस्याओं के ऐसे मरीज आ रहे हैं जो शराब या मादक पदार्थो का सेवन नहीं करते हैं। बासा खाना, पैक्ड फूड और वसायुक्त भोजन लिवर के लिए बहुत अधिक नुकसानदायक है। बेहतर सेहत के लिए लिवर का स्वस्थ होना आवश्यक है।
डा. निधि अग्रवाल, आयुर्वेदिक विशेषज्ञ