कच्चीघाटी के भवनों पर फैसला दीपावली के बाद
राजधानी शिमला के उपनगर कच्चीघाटी में भवनों पर आगे क्या किया जाना है की रिपोर्ट दीपावली के बाद सरकार को सौंपी जाएगी।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला के उपनगर कच्चीघाटी में भवनों पर आगे क्या किया जाना है, इसकी रिपोर्ट दीपावली के बाद सरकार को सौंपी जाएगी। नगर निगम शिमला ने आइआइटी मंडी और एनआइटी हमीरपुर के विशेषज्ञ से मौके का निरीक्षण करवा लिया है। अब इनकी रिपोर्ट आने के बाद ही फैसला लिया जाएगा कि इन भवनों पर क्या किया जाना है। इन भवनों को कैसे बचाया जा सकता है, के बारे में भी रिपोर्ट में बताया जाएगा। दूसरी तरफ यदि भवनों को रिपोर्ट में भी असुरक्षित घोषित किया जाता है तो पहाड़ पर बने इन भवनों पर खतरे के बादल मंडरा सकते हैं। हालांकि नगर निगम प्रशासन ने पहले ही तोड़ने की तैयारी कर दी थी।
प्रशासन की ओर से घोषित कर दिया गया है कि दो भवनों को तीन दिन के अंदर तोड़ा जाए। इसमें से एक बहुमंजिला भवन को हाईकोर्ट से स्टे मिल चुका है। इन्हें आठ सप्ताह तक रोक लगी है। दूसरे भवनों को तोड़ने की तैयारी थी। इसी बीच राज्य सरकार के आला अधिकारियों ने इन भवनों को तोड़ने के साथ बचाने का रास्ता तलाशने के लिए कहा। इसके बाद राज्य सरकार के पास सैंपल एकत्र कर लिए हैं। इसमें आगे क्या किया जाना है, इस तकनीकी रिपोर्ट पर ही निर्भर करेगा।
शहर में महीने के शुरू में सात मंजिला भवन गिर गया था। इसके गिरने के कारण साथ लगता मकान भी दब गया था। इसके साथ बने अन्य भवनों में भी दरारें आ गई हैं। कई भवनों को खतरा बना हुआ है, इसलिए नगर निगम प्रशासन लोगों की सुरक्षा को देखते हुए इन भवनों पर काम कर रहा है। नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली का कहना है कि तकनीकी रिपोर्ट आने के बाद ही अपनी रिपोर्ट तैयार करके प्रशासन सरकार को सौंपेगा।