फार्मा उद्योग के सहयोग से हार सकता है कोरोना
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य के फार्मा उद्योग के प्रमुखों से कोरो
राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य के फार्मा उद्योग के प्रमुखों से कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पूरा सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया है। वीरवार को शिमला से वर्चुअल माध्यम से हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम सभी को आगे आकर मानवता की सेवा करनी होगी। उन्होंने फार्मा कंपनियों को आक्सीजन कंसंट्रेटर, सिलेंडर आदि मेडिकल उपकरणों के लिए विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के लिए भी आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एशिया के फार्मा हब के रूप में उभरा है। एक साल से अधिक समय से कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ने में राष्ट्र की सहायता करने में हम देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हैं। पहली लहर के दौरान भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) की 50 मिलियन टेबलेट भेजी थी। प्रदेश ने मानवता की सुरक्षा के लिए इस वैश्विक प्रयास में एचसीक्यू का निर्माण किया। इस महामारी से लड़ने में फार्मा उद्योग की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने राज्य को ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान करने के लिए भी फार्मा उद्योग का आभार जताया, जिससे राज्य में भंडारण क्षमता को 25 मीट्रिक टन बढ़ाने में सफलता मिली।
जयराम ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अधिक घातक है। आक्सीजन की आपूर्ति के लिए हिमाचल प्रदेश पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली जैसे पड़ोसी राज्यों के लिए जीवनरेखा बनकर उभरा है। यही नहीं डब्ल्यूएचओ की ओर से अनुमोदित कोविड किट और कई जीवनरक्षक दवाएं प्रदेश में बन रही हैं। उन्होंने फार्मा कंपनियों से उत्पादन स्तर बढ़ाने का आग्रह कर आश्वासन दिया कि सरकार सभी जरूरी सहायता और सहयोग प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व्यापार में सुगमता को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उद्योगों के समर्थन के फलस्वरूप राज्य ने ईज आफ डूइंग बिजनेस में देश में 7वां स्थान प्राप्त किया है। सरकार प्रदेश में वैक्सीन की आपूर्ति के दृष्टिगत फार्मा कंपनियों के श्रमिकों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर करवाने की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों और मुद्दों का भी शीघ्र निवारण किया जाएगा।
फार्मा उद्योग उत्पादन करने में अहम भूमिका निभाएगा
हिमाचल प्रदेश राज्य ड्रग मेन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राजेश गुप्ता ने फार्मा उद्योग को पिछले साल लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू के दौरान अपने उत्पादन को बनाए रखने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल न केवल बेहतर वातावरण प्रदान करता है बल्कि सुशासन, कानून एवं व्यवस्था व बेहतर औद्योगिक संबंधों को भी सुनिश्चित करता है। यह औद्योगिक विकास के लिए वरदान हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि एसोसिएशन राज्य सरकार को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। इन कंपनियों के प्रबंधकों ने विचार रखे
मोरपेन के संजय सूरी, तिरुपति ग्रुप के अशोक गोयल, सन फार्मा के डा. एएच खान, एक्मे लाइसेंस के विराल शाह, सिप्ला के संजय मिश्रा, बीआर सीकरी, फारमेंटा बायोटेक के सुरेश उनियाल, डा. रेड्डी लैब्स के नारायण रेड्डी और चेतन, एबॉट के राकेश चितकारा, जायडस कैडिला के दीपक, ग्लेनमार्क के सत्य शिव देसाई और संजय सिगला ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।