अनदेखी पर गुस्साए एचआरटीसी कर्मी शिमला में 18 को थमेंगे बसों के पहिए

हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर ि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 04:58 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 04:58 PM (IST)
अनदेखी पर गुस्साए एचआरटीसी कर्मी
शिमला में 18 को थमेंगे बसों के पहिए
अनदेखी पर गुस्साए एचआरटीसी कर्मी शिमला में 18 को थमेंगे बसों के पहिए

जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एचआरटीसी कर्मचारियों की संयुक्त समन्वय समिति ने मांगों के समर्थन में 18 अक्टूबर को शिमला में बसें न चलाने का ऐलान किया है। चालक, परिचालक सहित वर्कशाप के कर्मचारी काम छोड़कर हड़ताल पर रहेंगे। एचआरटीसी कर्मचारी संघ ने शिमला में गेट मीटिग के माध्यम से प्रबंधन और सरकार को चेताया कि यदि उनकी 21 सूत्री मांगें नहीं मानी गई तो वे आने वाले दिनों में अपने आंदोलन को तेज करेंगे। इसमें प्रदेशभर के करीब 10 हजार कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।

एचआरटीसी संयुक्त समन्वय समिति प्रदेश उपाध्यक्ष मान सिंह ने बताया कि निगम के कर्मचारी अपने वित्तीय लाभ को लेकर पिछले करीब एक माह से आंदोलन कर रहे हैं। प्रदेश सरकार और प्रबंधन उनकी मांगों को लेकर अनदेखा कर रहा है। इसके बाद एचआरटीसी संयुक्त समन्वय समिति ने 14 सितंबर को धरना दिया था। प्रबंधन ने एक माह के भीतर मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था। अभी तक प्रबंधन एक मांग पूरीं की है।

उन्होंने कहा कि इसलिए 18 अक्टूबर को 24 घंटे काम छोड़ो आंदोलन करने का फैसला किया है। एचआरटीसी कर्मचारियों की कई मांगे हैं। इसमें 15 फीसद डीए, 13 फीसद आईआर, 35 महीने का नाइट ओवर टाइम, एरियर, जीपीएफ, मेडिकल अलाउंस, पेंशनर को पेंशन नहीं मिल रहा है। सरकार ने 450 पीसमील कर्मचारियों को अनुबंध पर लाया है जबकि एचआरटीसी के 950 कर्मचारियों को अनुबंध पर नहीं लाया गया है।यदि प्रबंधन 18 तारीख को भी उनकी 21 सूत्रीय मांगें नहीं मानी गई तो कर्मचारी अपना आंदोलन तेज करेगी। कर्मचारी आने वाले दिनों में मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाएंगे।

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