शहर में पार्किग बनाने के लिए हिमुडा ने निगम से ही मांगे 25 लाख रुपये
शहर में पार्किग बनाने के लिए अब नगर निगम को खुद ही जमीन खरीदने की नौबत आ गई है।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में पार्किग बनाने के लिए अब नगर निगम को खुद ही जमीन खरीदने की नौबत आ गई है। न्यू शिमला में लोगों ने निगम से पार्किग बनाने की मांग की थी। स्थानीय पार्षद के प्रयास के बाद निगम ने पार्किग बनाने के लिए जमीन तक तलाश ली, लेकिन बाद में पता चला कि जमीन हिमुडा की है।
निगम ने इस जमीन पर स्मार्ट सिटी के तहत पार्किंग विकसित करने का प्रस्ताव हिमुडा को दिया। इसकी एवज में निगम ने कोई राशि तक नहीं मांगी। निगम की ओर से ये प्रस्ताव जब हिमुडा के पास पहुंचा तो हिमुडा ने जमीन देने को तो हां कर दी, लेकिन जमीन की राशि के रूप में 25 लाख मांगे हैं। अब निगम को यह फैसला लेना है कि क्या शहर में लोगों को सुविधा देने के लिए मुफ्त में पार्किंग जमीनें खरीद कर बनाएं या नहीं। इसके बाद निगम दो पहलुओं पर मंथन कर रहा है। क्या जमीन की खरीद के लिए निगम सरकारी एजेंसी को ही पैसे अदा करे या फिर राज्य सरकार के पास इस जमीन को लेने के लिए प्रस्ताव भेजे।
शिमला के स्थानीय लोगों ने पार्किग बनाने की मांग नगर निगम के समक्ष उठाई थी। लोगों की मांग पर ही यह प्रस्ताव भेजा था। अब यह पूरा मामला पैसे में उलझ गया है, लेकिन प्रशासन की ओर से भेजे प्रस्ताव पर सरकार सहमत होती है तो निगम को जमीन मिल सकती है।
स्थानीय निवासी व पूर्व शिक्षा उपनिदेशक जीवन शर्मा ने कहा कि लंबे समय से लोग मांग कर रहे थे कि पार्किग का निर्माण किया जाए। अब निगम तैयार हुआ तो हिमुडा ही पैसे की मांग कर रहा है। हालांकि हिमुडा को स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए निगम को यह जमीन मुफ्त में देनी चाहिए। इससे स्मार्ट सिटी के तहत यहां भी पार्किग बन सकती है। इस मामले में स्थानीय लोगों की मांग आई थी। इसका प्रस्ताव हिमुडा को भेजा है। हिमुडा ने जमीन के लिए पैसा मांगा है। अब सरकार के पास पूरा मामला भेजा है। आगामी निर्देश के बाद ही कोई फैसला लिया जा सकेगा। निगम न्यू शिमला में पार्किग की सुविधा देने के लिए तैयार है।
- आशीष कोहली, आयुक्त, नगर निगम शिमला।