राफेल डील रक्षा सौदे का सबसे बड़ा घोटाला : मनप्रीत
राफेल डील पर संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) के गठन की मांग उठाते हुए पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने इसके लिए मोदी को जिम्मेदार ठहराया है
राज्य ब्यूरो, शिमला : राफेल डील पर संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) के गठन की मांग उठाते हुए पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने इसे अभी तक के रक्षा सौदे का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है। शिमला में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जो जनता का पैसा खाता है वह गाय के मास खाने के समान गुनाह है। देश में यदि घोटाला हुआ है तो उसके लिए रक्षा मंत्री या रक्षा सचिव नहीं, बल्कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार होंगे। कांग्रेस इस मामले में प्रश्नों का जवाब मांग रही है कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने जिस लड़ाकू विमान का 526 करोड़ रुपये तय किया था अब वही विमान 1670 करोड़ में खरीदा है। इससे देश को 41 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष भी गलत तथ्य पेश किया गया। आखिर जिस अंबानी की कंपनी का पंजीकरण 12 दिन पूर्व हुआ उसे लड़ाकू विमानों की मरम्मत का कार्य किस आधार पर सौंप दिया। सीएजी ने अपनी कोई रिपोर्ट नहीं दी है, जबकि उसी रिपोर्ट का हवाला दिया जा रहा है जो पूरी तरह से गलत है। वहीं जिस एमरजेंसी का हवाला देकर 26 लड़ाकू विमान खरीदने का आर्डर दिया गया, डील के तहत उनकी आपूर्ति 2022 तक की जानी है। ऐसे में आखिर कोई आपातकालीन स्थिति भी नजर नहीं आती। केंद्र सरकार के उपक्रम हिंदुस्तान एरोनोटिकल लिमिटेड (एचएएल) को मरम्मत का कार्य ने देकर एक लाख 30 हजार करोड़ का नुकसान कर अंबानी को दिया गया। आखिर जो कंपनी 12 दिन पहले आई उसे मरम्मत कार्य देने के पीछे क्या मंशा है। तीन राज्यों के चुनाव जीत कांग्रेस ने लगाम पकड़ लिया
तीन राज्यों की जीत को लोकसभा चुनाव का ट्रेलर बताते हुए मनप्रीत ने कहा कि भाजपा कहती थी कि उनके विजय रथ को रोकने वाला कोई नहीं है। कांग्रेस ने जीत दर्ज कर लगाम को पकड़ लिया है। भाजपा को अब जवाब जनता लोकसभा चुनाव में भी देगी।