खाद न मिलने से बागवान परेशान, कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी

जिला शिमला के किसानों व बागवानों को खाद न मिलने का मुद्दा गरमा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 06:08 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 06:08 PM (IST)
खाद न मिलने से बागवान परेशान,
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
खाद न मिलने से बागवान परेशान, कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी

जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला के किसानों व बागवानों को खाद न मिलने का मुद्दा गरमा गया है। कांग्रेस पार्टी ने इसको लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिला कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने कहा कि बगीचों में काम शुरू हो गया है और बागवानों को खाद नहीं मिल रही है। वहीं बिजाई के समय भी खाद की जरूरत पड़ती है। खाद का संकट होने से किसान व बागवान परेशान हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। डबल इंजन का दम भरने वाली सरकार बागवानों को खाद तक उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। उन्होंने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वर्तमान सरकार वक्त रहते उचित निर्णय लेने में विफल रही है, जिसका खामियाजा प्रदेश के किसानों और बागवानों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सेब सीजन खत्म होने के बाद अब बागवानों को खाद की सख्त जरूरत है। ठियोग के कुछ क्षेत्रों में खाद सामग्री पहुंची जबकि रोहडू, जुब्बल-कोटखाई, चौपाल, किन्नौर सहित अन्य सेब बाहुल क्षेत्रों में बागवानों को खाद उपलब्ध नहीं हो पाई है। छाजटा ने कहा कि खाद की अभी जरूरत है यदि आगे मार्च-अप्रैल में जाकर खाद मिलेगी तो उसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में उन्होंने सरकार से आग्राह किया कि इस दिशा में उचित कदम उठाए जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए अधिकारियों को दिशानिर्देश जारी करें।

छाजटा ने कहा कि पहले बेमौसमी ओलावृष्टि और बर्फबारी से बागवानों को नुकसान उठाना पड़ा, फिर सीजन के दौरान कीटनाशक नहीं मिले। इसके साथ ही एमआइएस के तहत की गई सेब खरीद का भी भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि बेमौसमी आलोवृष्टि और बर्फबारी से हुए नुकसान को मुआवजा तक देने में सरकार विफल रही है और अब खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है।

chat bot
आपका साथी