कूड़े से बिजली बनाने का ट्रायल शुरू
शहर में लोगों के घर से उठने वाले कूड़े से भरयाल स्थित कूड़ा संयंत्र में बिजली बनाने का ट्रायल शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर में लोगों के घर से उठने वाले कूड़े से भरयाल स्थित कूड़ा संयंत्र में बिजली बनाने का ट्रायल शुरू हो चुका है। रोजाना ट्रायल के दौरान दो किलोवाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है। हालांकि इस प्लांट की क्षमता दो मेगावाट तक की है। कोरोना के चलते बिजली के उत्पादन में देरी हुई है। इसे कामर्शियल तौर पर शुरू करने के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है। नगर निगम ने इस प्लांट को चलाने का काम निजी कंपनी को सौंप रखा है। निजी कंपनी के साथ हुए करार के मुताबिक कूड़े से बिजली का उत्पादन किया जाना है। कंपनी को अभी तक विदेश से कुछ मशीनें मंगवानी हैं, इसके बाद ही प्लांट से पूरा बिजली का उत्पादन हो सकेगा।
निगम का दावा है कि इस प्लांट के पूरी तरह से शुरू होते ही प्लांट के लिए आवश्यक पूरी बिजली की मांग पूरी हो सकेगी, लेकिन ट्रायल के दौरान मिली सफलता से अब शीघ्र ही बिजली मिलने की उम्मीद है।
नगर निगम के प्लांट का काम देख रहे डीपी सिंह ने माना कि बिजली को ट्रायल के तौर पर बनाया जा रहा है। कामर्शियल तौर पर उत्पादन शुरू करने की तैयारी चल रही है। कोरोना की बंदिशें खत्म होने के बाद अब उम्मीद है कि आने वाले समय में शहर के कूड़े से बिजली बनना पूरी तरह से शुरू हो जाए। 100 टन क्षमता का है प्लांट
शहर में बिजली उत्पादन के लिए प्लांट में रोजाना 100 टन कूड़े की आवश्यकता रहती है। निगम पूरे शहर से अभी तक 70 से 80 टन तक कूड़ा जुटा पाता है। इस प्लांट की क्षमता को पूरा करने के लिए निगम ने साथ लगती पंचायतों से भी कूड़ा यहां लाने की तैयारी की है। कुछ पंचायतों का कूड़ा पहुंच रहा है। अन्य आसपास की पंचायतों से और कूड़ा भेजा जाना है।