शहर में फर्जी कनेक्शन की जांच में नपेंगे कई पूर्व अधिकारी-कर्मचारी
जागरण संवाददाता शिमला शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड (एसजेपीएनएल) ने बिना दस्तावेज लगे पानी के
जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड (एसजेपीएनएल) ने बिना दस्तावेज लगे पानी के कनेक्शन की सूची तैयार करना शुरू कर दिया है। इसके तहत ऐसे कनेक्शन को शामिल किया जाएगा, जिनका रिकॉर्ड के नाम पर एक भी दस्तावेज लोग मुहैया नहीं करवा पा रहे हैं। इन्हें काटने के निर्देश तो जारी होंगे ही साथ ही ये कैसे लगाए गए, इसकी जांच के लिए निगम प्रशासन के पास भेजे जाने हैं। इसकी जांच की जद में शहर में नगर निगम की जल शाखा में रहे अधिकारियों और कर्मचारियों से जवाबतलबी हो सकती है। क्या किसी अधिकारी की स्वीकृति के बाद कनेक्शन लगे या फिर सीधे ही पाइपें जोड़ दी गई, इस पूरे मामले की जांच यदि गहनता से होती है तो कनेक्शन की पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी। शहर में ऐसे कई कनेक्शन हैं जहां से लोग काफी साल से मुफ्त का पानी पी रहे हैं।
शहर में 32 हजार कनेक्शन की सूची निगम की ओर से शिमला जल प्रबंधन निगम को सौंपी गई थी। इन्हें खंगालने के लिए टीम को काम सौंपा गया, इन्हें तलाशने का काम शुरू किया तो पहले तो पूरे कनेक्शन नहीं मिले। इसके बाद अब कनेक्शन की संख्या 33 हजार से ज्यादा पहुंच गई है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इनकी संख्या 35 हजार तक के आकडे़ को पार कर सकती है। ऐसा हुआ तो शहर में पेयजल कनेक्शन का बड़ा गड़बड़झाला सामने आ सकता है। शहर में पानी वितरण में कीमैन की मुख्य भूमिका रहती है। कनेक्शन में भी कहीं फील्ड के स्तर पर तो ही सीधे ही निगम की पाइपों में जोड़ा तो नहीं गया, इसकी जांच करना काफी अहम रहेगा। होटलों में कितने ऐसे कनेक्शन, अब इस पर नजर
शहर में बिना दस्तावेज के कितने कनेक्शन होटलों में लगे हैं, इसकी जांच सबसे ज्यादा होने की उम्मीद है। शहर में ऐसे कितने कनेक्शन होटलों या कमर्शियल तौर पर दे रखे हैं। इससे निगम को हर महीने हजारों रुपये का नुकसान एक कनेक्शन से ही हो जाता है।