लाइब्रेरी कार्ड की अवधि दिसंबर तक बढ़ाएं

एसएफआइ विश्वविद्यालय इकाई की ओर से विश्वविद्यालय के डीन आफ स्टडीज

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Jul 2021 08:19 PM (IST) Updated:Mon, 05 Jul 2021 08:19 PM (IST)
लाइब्रेरी कार्ड की अवधि दिसंबर तक बढ़ाएं
लाइब्रेरी कार्ड की अवधि दिसंबर तक बढ़ाएं

जागरण संवाददाता, शिमला : एसएफआइ विश्वविद्यालय इकाई की ओर से विश्वविद्यालय के डीन आफ स्टडीज को ज्ञापन सौंपा गया। इसमें विश्वविद्यालय में एलएलएम और एमफिल रिसर्च स्कालर्स के लिए लाइब्रेरी कार्ड की तारीख बढ़ाने की मांग की गई।

परिसर सचिव राकी जुगवाल का कहना है कि छात्रावासों में रहने वाले छात्रों के लाइब्रेरी कार्ड जून माह में खत्म हो गए हैं और उन्हें अभी लाइब्रेरी जाने की अनुमति नहीं दी है। महामारी के चलते छात्र रिसर्च वर्क पूरा नहीं कर पाए। इसलिए एसएफआइ मांग करती है कि उनके लाइब्रेरी कार्ड की अवधि दिसंबर तक बढ़ाई जाए, ताकि वे रिसर्च पूरी कर सकें।

इकाई ने मांग की है कि विश्वविद्यालय को जल्द से जल्द खोला जाए। सभी शोधार्थियों और विज्ञान के छात्रों को उनके व्यावहारिक कार्य के लिए छात्रावास मिले। गैर शिक्षण एवं पंचायत सहायक भर्ती के लिए परीक्षा कार्यक्रम तैयार किया जाए, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा विश्वविद्यालय परिसर में हो और महामारी की तीसरी लहर के लिए सभी जरूरी इंतजाम रखे जाएं। इन सभी मांगों पर संज्ञान लिया जाए अन्यथा एसएफआइ छात्रों को लामबंद करते हुए प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेगी।

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आनलाइन पढ़ाई प्रभावी बनाने के लिए सुझाव

आनलाइन पढ़ाई को प्रभावी बनाने के लिए आनलाइन डोमेन खरीदकर शिक्षा के आनलाइन मोड को सुदृढ़ करें और इसकी सदस्यता प्राप्त करें। छात्रों को उनकी व्यावहारिक परीक्षाओं के लिए बैचवाइज आमंत्रित करें। पुस्तकालय की क्षमता बढ़ाने के लिए पुस्तकालय में फेस शील्ड स्थापित करें। आनलाइन कक्षाओं के लिए सभी छात्रों के लिए मुफ्त डाटा प्रदान करें।

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पीजी परिणाम जल्द घोषित किए जाएं

जागरण संवाददाता, शिमला : एबीवीपी की विश्वविद्यालय इकाई ने कुलपति को पीजी परिणाम जल्द घोषित करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। इकाई अध्यक्ष विशाल सकलानी ने कहा कि प्रदेश में एक लंबे समय के बाद कोरोना क‌र्फ्यू की बंदिशें हटी हैं। प्रदेश के लाखो छात्रों और शोधार्थियों का शोध विश्वविद्यालय बंद होने के कारण रुका हुआ है जो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। साइंस के छात्रों व शोधार्थियों के लिए पहले फेज में यूनिवर्सिटी को खोला जाना चाहिए। वहीं इकाई विश्वविद्यालय में एक स्थायी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर की मांग करती है ताकि छात्रों को दोनों डोज विश्वविद्यालय में लगाई जा सके। तीसरी लहर आने से पहले विश्वविद्यालय में उचित कदम उठाने चाहिए और छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इंतजाम करने चाहिए।

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